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जशपुर: जंगल में मिला हाथी का सड़ा-गला शव, आपसी संघर्ष में मौत की आशंका

कुनकुरी वनपरिक्षेत्र के अंबाटोली पंचायत की आश्रित चामर बस्ती से लगे हुए वन्य क्षेत्र में हाथी का शव मिलने की सूचना स्थानीय ग्रामीणों ने वन विभाग को दी थी. प्रारंभिक जांच में आपसी संघर्ष से मौत की बात सामने आई है.

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हाथी का सड़ा-गला शव
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Published : Oct 14, 2020, 7:19 PM IST

जशपुर : कुनकुरी वन परिक्षेत्र के जंगल में हाथी का सड़ा- गला शव मिलने से वन विभाग में हड़कंप मच गया है. सूचना मिलने पर विभाग के आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं. प्रारंभिक तौर पर आपसी संघर्ष में हाथी की मौत की आशंका जताई जा रही है. इस साल जिले में हाथी की मौत की यह तीसरी घटना है.

मिली जानकारी के मुताबिक जिले के कुनकुरी वनपरिक्षेत्र के अंबाटोली पंचायत की आश्रित चामर बस्ती से लगे हुए वन्य क्षेत्र में हाथी का शव मिलने की सूचना स्थानीय ग्रामीणों ने वन विभाग को दी थी. इस संबंध में वनमंडलाधिकारी एसके जाधव ने बताया कि सूचना पर मौके के लिए वन विभाग के अधिकारियों की टीम पहुंच चुकी है. शव के पंचनामा की कार्रवाई पूरी कर, पोस्टमार्टम की तैयारी की जा रही है. उन्होंने बताया कि प्रारंभिक तौर पर हाथी की मौत का कारण आपसी संघर्ष हो सकता है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही हाथी की मौत का असली कारण सामने आ सकेगा. उन्होंने बताया कि पोस्टमॉर्टम तीन चिकित्सकों की टीम से कराया जा रहा है.

करंट से हाथी की मौत

जिले में हाथी की मौत की यह तीसरी घटना है. इससे पहले अप्रैल महीने में तपकरा वन परिक्षेत्र के झिलीबेरना गांव में करंट की चपेट में आने से एक नर हाथी की मौत हो गई थी. ग्रामीण ने हाथी के हमले से अपने और परिवार की सुरक्षा के लिए घर की बाड़ी में लगे हुए लोहे की जाली में करंट प्रवाहित कर दिया था. इसी के संपर्क में आने से हाथी की मौत हो गई थी. इसके अलावा मार्च महीने में कुनकुरी परिक्षेत्र के बालालोंगरी गांव में एक गर्भवती हथिनी की मौत हुई थी. प्रारंभिक तौर पर इस हथिनी की मौत जहर से होने का अनुमान लगाया गया था, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है.

हाथियों की करंट से मौत

  • छत्तीसगढ़ में अब तक 163 हाथियों की मौत
  • बिजली के करंट से 46 हाथी की मौत
  • 46 में से 24 हाथी सिर्फ धरमजयगढ़ में करंट की चपेट में आए

लोकसभा में अगस्त 2019 में दिए गए आंकड़ों के मुताबिक

हाथी के हमले में इंसानों की मौत

  • 2016-17 में 74 लोगों की मौत
  • 2017-18 में 74 लोगों की मौत
  • 31 मार्च 2019 तक 56 लोगों की मौत
  • 2016 से अबतक 200 से ज्यादा लोगों की मौत
  • छत्तीसगढ़ में 3 साल में 204 लोगों की मौत
  • देश में 3 साल में 1,474 लोगों की मौत

छत्तीसगढ़ चौथे नंबर पर

  • 3 साल में असम 274 लोगों की मौत
  • ओडिशा में 243 लोगों की मौत
  • झारखंड में 230 लोगों की मौत
  • छत्तीसगढ़ में 204 लोगों की मौत
  • पश्चिम बंगाल में 202 लोगों की मौत

जशपुर : कुनकुरी वन परिक्षेत्र के जंगल में हाथी का सड़ा- गला शव मिलने से वन विभाग में हड़कंप मच गया है. सूचना मिलने पर विभाग के आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं. प्रारंभिक तौर पर आपसी संघर्ष में हाथी की मौत की आशंका जताई जा रही है. इस साल जिले में हाथी की मौत की यह तीसरी घटना है.

मिली जानकारी के मुताबिक जिले के कुनकुरी वनपरिक्षेत्र के अंबाटोली पंचायत की आश्रित चामर बस्ती से लगे हुए वन्य क्षेत्र में हाथी का शव मिलने की सूचना स्थानीय ग्रामीणों ने वन विभाग को दी थी. इस संबंध में वनमंडलाधिकारी एसके जाधव ने बताया कि सूचना पर मौके के लिए वन विभाग के अधिकारियों की टीम पहुंच चुकी है. शव के पंचनामा की कार्रवाई पूरी कर, पोस्टमार्टम की तैयारी की जा रही है. उन्होंने बताया कि प्रारंभिक तौर पर हाथी की मौत का कारण आपसी संघर्ष हो सकता है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही हाथी की मौत का असली कारण सामने आ सकेगा. उन्होंने बताया कि पोस्टमॉर्टम तीन चिकित्सकों की टीम से कराया जा रहा है.

करंट से हाथी की मौत

जिले में हाथी की मौत की यह तीसरी घटना है. इससे पहले अप्रैल महीने में तपकरा वन परिक्षेत्र के झिलीबेरना गांव में करंट की चपेट में आने से एक नर हाथी की मौत हो गई थी. ग्रामीण ने हाथी के हमले से अपने और परिवार की सुरक्षा के लिए घर की बाड़ी में लगे हुए लोहे की जाली में करंट प्रवाहित कर दिया था. इसी के संपर्क में आने से हाथी की मौत हो गई थी. इसके अलावा मार्च महीने में कुनकुरी परिक्षेत्र के बालालोंगरी गांव में एक गर्भवती हथिनी की मौत हुई थी. प्रारंभिक तौर पर इस हथिनी की मौत जहर से होने का अनुमान लगाया गया था, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है.

हाथियों की करंट से मौत

  • छत्तीसगढ़ में अब तक 163 हाथियों की मौत
  • बिजली के करंट से 46 हाथी की मौत
  • 46 में से 24 हाथी सिर्फ धरमजयगढ़ में करंट की चपेट में आए

लोकसभा में अगस्त 2019 में दिए गए आंकड़ों के मुताबिक

हाथी के हमले में इंसानों की मौत

  • 2016-17 में 74 लोगों की मौत
  • 2017-18 में 74 लोगों की मौत
  • 31 मार्च 2019 तक 56 लोगों की मौत
  • 2016 से अबतक 200 से ज्यादा लोगों की मौत
  • छत्तीसगढ़ में 3 साल में 204 लोगों की मौत
  • देश में 3 साल में 1,474 लोगों की मौत

छत्तीसगढ़ चौथे नंबर पर

  • 3 साल में असम 274 लोगों की मौत
  • ओडिशा में 243 लोगों की मौत
  • झारखंड में 230 लोगों की मौत
  • छत्तीसगढ़ में 204 लोगों की मौत
  • पश्चिम बंगाल में 202 लोगों की मौत
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