जशपुर: Death of elephants continues in Jashpur जशपुर के जंगल से घायल स्थिति में लाए गए हाथी की सोमवार को मौत हो गई. करीब 15 दिनों तक इलाज के बाद आखिरकार हाथी ने दम तोड़ दिया. Injured elephant dies in Jashpur वन मंडल अधिकारी जितेंद्र उपाध्याय ने बताया कि "एक पखवाड़ा पहले कुनकुरी के जंगल में यह हाथी घायल अवस्था में मिला था .घायल हाथी को कांसाबेल नर्सरी में शिफ्ट किया गया था. चिकित्सकों के अनुसार इस हाथी का पिछला पैर काम नहीं कर रहा था".Jashpur latest News
जशपुर में एक महीने के अंदर दो हाथियों की मौत: जशपुर वन मंडल में एक महीने में दूसरे हाथी की मौत हुई है. इससे पहले कांसाबेल के समीप करंट की चपेट में आकर एक हाथी की दर्दनाक मौत हो गई थी. जिस हाथी की मौत हुई है वह 27 नवंबर को अपने दल से बिछड़ गया था. जिसके बाद एक गड्ढे में गिरने से वह घायल हो गया था.
वन अधिकारी ने दी जानकारी: पत्थलगांव वन क्षेत्र के वन अधिकारी आरपी सिंह ने बताया कि "घटना कुनकुरी वन परिक्षेत्र की है. जहां 27 नवंबर को हाथी अपने झुंड से बिछड़ गया था. हाथी जंगल के बीच खाई में गिर गया. और बुरी तरह घायल हो गया . जिसका विशेष टीम के द्वारा इलाज किया जा रहा था. वहीं बेहतर इलाज के लिए 5 दिसंबर को उसे नर्सरी कांसाबेल में लाया गया. जहां उसका इलाज लगातार चल रहा था. इलाज के दौरान इस हाथी की आज शाम मौत हो गई"
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हाथी की मौत पर क्या कहते हैं पशु चिकित्सक: पशु विशेषज्ञ चिकित्सक डॉ पीके चंदन ने बताया कि "कुनकुरी के जंगल में नाले के पास फिसल कर हाथी नीचे गिर गया था. जिसे रेस्क्यू कर कांसाबेल लाया गया था. उसके बाद पूरी टीम के द्वारा घायल हाथी का इलाज किया जा रहा था. लेकिन हाथी के पिछले दोनों पैर में पैरालिसिस मार दिया था. जिस कारण उसे ठीक कर पाना संभव नहीं था. फिर भी प्रयास किया जा रहा था इसलिए 15 दिनों तक लगातार पूरी टीम के द्वारा हाथी की देखरेख की गई. लेकिन अफसोस हम हाथी को बचा नहीं सके"