जशपुर: कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप के सामने स्वास्थ्य विभाग के संसाधन फेल होते नजर आ रहे हैं. अस्पताल में ट्रू नॉट पद्धति से होने वाली जांच को बंद कर दिया गया है. स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार ट्रू नॉट टेस्ट लैब में 15 सौ से अधिक सैंपल जांच के लिए लंबित हैं. सैंपल को रखने के लिए लैब में जगह की कमी हो गई है. जिस कारण सैंपल लेना बंद कर दिया गया है. फिलहाल जिले में रैपिड एंटीजन और आरटीपीसीआर की जांच की जा रही है.
जिले में बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच स्वास्थ्य विभाग में संसाधनों का अभाव देखा जा रहा है. मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर पुरुषोत्तम सुथार ने जानकारी देते हुए बताया कि जिले में कोरोना जांच के लिए आरटीपीसीआर, रेपिड एंटीजन किट और ट्रू नॉट के द्वारा कोरोना जांच की जाती है. जिसमें से आरटीपीसीआर की जांच रायगढ़ लैब से कराई जाती है. वहीं ट्रू नाट टेस्ट जिला अस्पताल में बनाए गए लैब से होता है.
1500 सैंपल पेंडिंग
जिला अस्पताल में ट्रू नॉट पद्धति से कोरोना टेस्ट किया जाता है. जिसे फिलहाल रोक दिया गया है. लैब में पूर्व में लिए गए सैंपल के बढ़ते दबाव के कारण जांच को रोकना पड़ा है. उन्होंने बताया कि जशपुर में करीब 1500 जांच के सैंपल पेंडिंग पड़े हुए हैं. इस वजह से सैंपल लेना बंद कर दिया गया है. हालांकि लैब में पड़े पूर्व के सैंपलों की जांच की जा रही है.
RTPCR जांच भी है प्रभावित
जिले में आरटीपीसीआर की जांच भी बीते दिनों प्रभावित हुई थी. रायगढ़ में होने वाली इस जांच के लिए रायगढ़ मेडिकल कॉलेज में जिले से आरटीपीसीआर के सैंपल लेना बंद कर दिया था. जिले के 700 सैंपल पेडिंग हैं. रायगढ़, जशपुर और जांजगीर जिले के सैंपलों की जांच की जा रही है. हालांकि स्वास्थ्य विभाग ने सोमवार से आरटीपीसीआर की जांच के लिए सैंपल लेना प्रारंभ किया है.
संसाधनों का अभाव
कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच स्वास्थ्य विभाग में संसाधनों का अभाव देखा जा रहा है. रैपिड एंटीजन किट की भी जिले में कमी है. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के मुताबिक एंटीजन किट प्रदेश स्तर से ही कम भेजे जा रहे हैं.