जशपुर : आदिवासीयों का प्रमुख त्योहार सरहुल सरना पूजा को लेकर एक बार फिर टकराव की स्थिति निर्मित होती नजर आ रही है. वनवासी कल्याण आश्रम ने 25 मार्च को सरहुल पूजा के आयोजन की घोषणा की है. बता दें कि बीते साल इसी स्थान पर वनवासी कल्याण आश्रम और पड़हा समाज के कार्यकर्ताओं के बीच जोरदार हिंसक झड़प हुई थी.
वनवासी कल्याण आश्रम के कार्यकर्ता मैनेजर राम ने बताया कि, 'हर साल की तरह इस साल भी चैत्र माह में सरहुल पूजा डीपू बगीचा में मनाया जाएगा. समाज की परम्परा के मुताबिक फागुन माह खत्म होने के बाद जिस दिन से चैत्र मास की शुरूआत होती है, उसी दिन से सरहुल पूजा मनाया जाता है. अपने-अपने क्षेत्र में लोग सुविधा अनुसार चैत्र मास की किसी भी तिथि का चुनाव कर इस पूजा करते हैं.
![सरहुल पूजा को लेकर विवाद की स्थिति](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/cg-jsp-01-sarhul-puja-rtu-cg10014_13032020184232_1303f_1584105152_423.jpg)
महापर्व को धूमधाम से मनाया जाएगा
गंगाराम ने बताया कि, 'पूजा को लेकर जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन को आवश्यक इंतजाम करने का अनुरोध भी किया जाएगा. वहीं जनपद पंचायत जशपुर के उपाध्यक्ष राजकपूर भगत ने बताया कि, 'चैत्र माह में सरहुल पूजा का आयोजन बरसों से किया जा रहा है. इस साल भी इस महापर्व को धूमधाम से मनाया जाएगा. इसकी तैयारी जोरों से की जा रही है'.