जशपुर: जिले में ट्रायबल टूरिज्म को बढ़ावा देने के उद्देश्य से तकरीबन साढ़े 4 एकड़ के प्लाट पर ट्रायबल टूरिस्ट विलेज बनाया जा रहा है, जिसमें जिले के पुरातत्व, कला-संस्कृति और आदिवासी जीवन शैली की अद्भुत झांकी देखने को मिलेगी.
शहर से 5 किमी की दूरी पर स्थित बाला छापर गांव में भारत सरकार के स्वदेश दर्शन योजना के तहत इसका निर्माण 8 करोड़ रुपए की लागत से कराया जा रहा है, जिसमें जिले की आदिवासी जीवन शैली, कला-संस्कृति पुरातत्व कला को दर्शाया जा रहा है, जो दो महीने में बनकर तैयार हो जाएगा. इसके मुख्य द्वार पर जिले के पुरातात्विक स्थल पर विद्यमान पत्थर की मूर्तियों को ध्यान में रखते हुए उसी शैली में पत्थर की मूर्तियां लगाई जाएगी.
जनजातीय समाज के भोजन का अनूठे स्वाद
इस पर्यटन स्थल में जिले में निवासरत जनजातियों के रहन-सहन, उनकी संस्कृति और कला को संजोकर रखा जाएगा. साथ ही यहां खान-पान में भी जनजातीय समाज के भोजन के अनूठे स्वाद का लुत्फ पर्यटक उठा सकेगें.
पर्यटकों को ठहरने के लिए स्पेशल व्यवस्था
साथ ही समाज द्वारा उत्पादित हस्तशिल्प से जुड़ी वस्तुओं के विक्रय के लिए केन्द्र भी उपलब्ध कराया जाएगा. साथ ही यहां ट्रायबल आर्टिशियन सेंटर, व्याख्यान भवन, कैफेटेरिया, ओपन एमपीथिएटर का निर्माण कराया जा रहा है. कलाकार एवं टूरिस्ट को ठहरने के लिए लकड़ी से बने हट्स का भी निर्माण कराया जा रहा है.