जशपुर: जिले के भाजपा नेताओं ने प्रदेश सरकार पर शहर की महत्वपूर्ण सार्वजनिक उपयोग की जमीन को बेचने का आरोप लगाया है. भाजपा नेताओं ने शहर की सर्वाधिक जमीनों को सामाजिक,धार्मिक और आर्थिक गतिवधियों के लिहाज से अहम बताते हुए, इसे नीजि उपयोग के लिए पट्टे में दिए जाने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है. वहीं कांग्रेस ने पलटवार करते हुए बीजेपी से पिछेले 15 सालों का हिसाब मांगा है और भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है.
जिले में सार्वजनिक जमीनों के निजीकरण को लेकर भाजपा और कांग्रेस के नेता आमने सामने आ चुके हैं. जिले के भाजपा नेताओं ने प्रदेश सरकार पर शहर की सार्वजनिक भूमि को निजी पट्टे पर देने का आरोप लगया तो वही कांग्रेस के नेताओं ने योजनाओं के बंदरबाट के साथ 15 साल में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया. छत्तीसगढ़ खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष और भाजपा के वरिष्ठ नेता कृष्ण कुमार राय ने बताया कि उन्हें इसकी जानकारी मिली है कि शहर के धार्मिक आस्था से जुड़े श्रीहरि कीर्तन भवन के सामने की जमीन,दैनिक सब्जी बाजार के समीप स्थित बलराम मंच के आसपास की जमीन को ,प्रदेश सरकार और प्रशासन मिल कर नीजि उपयोग के लिए पट्टे में देने की कोशिश कर रही है.
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भाजपा ने कांग्रेस पर लगाए ऐतिहासिक स्थल को बेचने का आरोप
उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार के इस मंसूबे को किसी भी कीमत में पूरा नहीं होने दिया जाएगा. सांसद गोमती साय ने कहा कि बलराम मंच का उद्घाटन पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने प्रदेशवासियों के दिलों में रहने वाले दिवगंत दिलीप सिंह जूदेव की उपस्थिति में किया था. शहर के ऐसे ऐतेहासिक स्थल को बेचने की साजिश को सफल नहीं होने दिया जाएगा. आक्रोशित भाजपा नेताओं का आरोप है कि राजनीतिक हित साधने के लिए कांग्रेस,सार्वजनिक हित की अनदेखी कर रही है.
कांग्रेस ने लगाए भ्रष्टाचार का आरोप
वहीं इस मामले में कांग्रेस के कुनकुरी विधायक और संसदीय सचिव यूडी मिंज ने भाजपा पर सीधा निशाना साधते हुए 15 साल में विकास के नाम पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि जशपुर को बेचने की बात करने वाले पिछले 15 साल में क्या किया है ये जग जाहिर है. विभिन्न शासकीय योजनाओं के करोड़ों रुपए आए और उनका क्या हुआ. मिंज ने कहा कि आरोप लगाना आसान होता है. साथ ही मिंज ने भाजपा नेताओं, विधायकों और सांसदों पर 30 से 35 फीसदी कमीशन ले कर काम देने का आरोप लगाया.