जशपुर: जिले में अस्पताल खोल कर डॉक्टर, नर्स और कंपाउडर के पद पर नौकरी देने का झांसा देकर बेरोजगारों से हजारों रूपए की ठगी करने वाले पांच शातिरों के खिलाफ पुलिस ने अपराध दर्ज कर लिया है. आरोपियों ने एक एनजीओ की आड़ में चल रहे इस गोरखधंधे के मास्टर माइंड गणेश चौहान सहित दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. जानकारी के मुताबिक तीन आरोपी अभी फरार हैं. मामला जशपुर सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र का है.
मामले के संबंध में जानकारी देते हुए थाना प्रभारी लक्ष्मण सिंह धुर्वे ने बताया कि करीब दो साल पहले वन जन सेवा समिति के नाम के एनजीओ ने एक अस्पताल शुरू किया था. इस अस्पताल में बाहर से डॉक्टर बुला कर, रियायती दर में बेहतर स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने का दावा किया गया था. लेकिन महीने भर के बाद ही स्वास्थ्य विभाग ने बगैर किसी अनुमति के शुरू किए गए इस अस्पताल को सील कर दिया था. अस्पताल के बंद होने के कुछ ही महीनों बाद इससे जुड़े कर्मचारियों ने संचालकों पर सुरक्षा निधि के नाम पर 5 हजार से 50 हजार रूपए वसूलने का आरोप लगाया था.
लोगों से हजारों की ठगी
मामले में ठगी का शिकार हुए लोगों ने नवम्बर 2019 में शिकायत दर्ज करवाई थी. पुलिस ने मामले की जांच शुरू की और ठगी का शिकार हुए लोगों का बयान दर्ज किया. इसमें कुमारी श्वेता मिंज और कनिला एक्का ने 50 हजार, रिंकू सिंह, सुमन एक्का और श्वेता मिंज से 30 हजार रूपए की वसूली करना पाया गया.
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जांच रिपोर्ट के आधार पर कोतवाली पुलिस ने वन जन सेवा समिति के अध्यक्ष गणेश राम चौहान, उपाध्यक्ष बलदेव राम, कोषाध्यक्ष दिनेश राम, सहायक कोषाध्यक्ष मोहनराम और सचिव प्रदीप इंदवार के खिलाफ धारा 420 और 120 (बी) के तहत अपराध दर्ज कर लिया है. समिति के अध्यक्ष आरोपी गणेश राम चौहान और सचिव प्रदीप इंदवार को गिरफ्तार कर लिया गया है. बचे हुए तीन आरोपियों की तलाश की जा रही है.