जशपुर: जिला पुलिस ने मानव तस्करी के अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश करते हुए 8 लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपी मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं. पुलिस अधीक्षक ने केस में खुलासा करते हुए बताया कि एक युवती को आरोपियों ने कांसाबेल से अपहरण कर छतरपुर ले गए थे. जहां उन्होंने युवती को बेच दिया था. युवती को कई बार बेचा गया है. अंतिम बार बेचे जाने के बाद युवती की शादी मानसिक रोग से जूझ रहे एक युवक से करा दी गई थी. इसके बाद युवती ने आत्महत्या कर ली थी.
मानव तस्करी का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक बालाजी राव ने बताया कि कांसाबेल थाना क्षेत्र की रहने वाली युवती के अपहरण की रिपोर्ट परिजनों ने जुलाई महीने में दर्ज कराई थी. अज्ञात आरोपियों के खिलाफ धारा 386, 364 ए के तहत अपराध दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू की तो मानव तस्करी का यह मामला सामने आया है.
20 हजार से 70 हजार तक हुआ सौदा
पुलिस के मुताबिक तकरीबन 7 महीने पहले मध्यप्रदेश के छतरपुर निवासी अजय उर्फ बीनू उर्फ पंचम ने पीड़िता को छतरपुर पुलिस के सहयोग से तलाश करते हुए अजय सिंह तक पहुंचा. अजय और उसकी पत्नी आशादीप से पूछताछ पर बताया कि पीड़िता को उन्होंने 20 हजार रुपये में बनोरा के रहने वाले कल्लू रैकवार को बेचा है. कल्लू ने पीड़िता का सौदा हरेंद्र सिंह बुंदेला, राजपाल सिंह परमार, मुन्ना कुशवाहा और संतोष कुशवाहा के सहयोग से 70 हजार रुपये में उत्तर प्रदेश के ललितपुर के रहने वाले मुन्ना कुशवाहा से किया था.
मानसिक रोगी से कराई शादी
मुन्ना ने पीड़िता का विवाह जबरन मानसिक रोगी बेटे बबलू से शादी करा दी थी. मानव तस्करों के जाल में फंसने और शारीरिक प्रताड़ना से तंग आकर पीड़िता ने आत्महत्या कर ली थी. पीड़िता के आत्महत्या करने की पुष्टि ललितपुर के कचनोदा चौकी से हुई है.