जशपुर: कोरोना काल में होने वाली बोर्ड की परीक्षाओं को लेकर यशस्वी जशपुर कार्यक्रम के तहत ऑनलाइन करियर गाइडेंस वर्कशॉप आयोजित की जा रही है. जिसमें कलेक्टर महादेव कावरे छात्राओं से सीधे रूबरू हुए. इसके साथ ही इस ऑनलाइन वर्क शॉप में जिले के विभिन्न विषयों के शिक्षकों की टीम ने भी स्टूडेंट्स के पूछे गए सवालों का जवाब दिया.
रविवार को ऑनलाइन करियर गाइडेंस वर्कशॉप आयोजित की गई. वर्कशॉप में स्टूडेंट्स को लाइव संबोधित करते हुए कलेक्टर महादेव कावरे ने कहा कि सफलता आपके सतत प्रयासों का नतीजा है. इसे पाने के लिए मेहनत, लगन, समर्पण और धैर्य की आवश्यकता होती है. उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा की तैयारियों की जानकारी साझा करते हुए कहा कि इन परीक्षाओं की तैयारी का एक महत्वपूर्ण पक्ष अध्ययन सामग्री का चयन है. प्रासंगिक अध्ययन सामग्री के चयन के लिए विशेष सर्तकता बरतने की जरूरत होती है.
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कलेक्टर महादेव कावरे ने कहा कि वर्तमान में परीक्षा के अंतर्गत किए जा रहे हैं गुणात्मक और मात्रात्मक सुधारों को देखते हुए स्टूडेंट्स के लिए परंपरागत पुस्तकों पत्र-पत्रिकाओं के अलावा अतिरिक्त ज्ञान कोष के रूप में इंटरनेट के उपयोग किया जा सकता है. उन्होंने करंट अफेयर्स से संबंधित सामग्रियों को नियमित अपडेट करने के लिए भी कहा.
बोर्ड परीक्षा के तैयारी की दी जानकारी
कलेक्टर महादेव कावरे ने बोर्ड परीक्षा की तैयारियों को लेकर स्टूडेंट्स को बताया कि सभी महत्वपूर्ण विषयों में विषय वस्तुओं का विश्लेषण करके अध्ययन करें. जिज्ञासा आधारित प्रश्नों का समाधान विषय के शिक्षकों से करें. प्रतियोगी परीक्षाओं में प्रतिस्पर्धा काफी ज्यादा होती है और हर अभ्यर्थी के लिए यह अहम भी है. इस दौरान स्टूडेंट्स ने उनसे जिज्ञासा आधारित कई सवाल पूछे. जिसका जवाब उन्होंने विश्लेषणात्मक तरीके से दिया. इसके साथ ही उन्होंने कार्यशाला में उपस्थित प्राचार्यों और शिक्षकों को जिले के बेहतर परीक्षा परिणामों के लिए समर्पित भाव से काम करने के निर्देश दिए.
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कार्यशाला में शामिल हुए 789 स्टूडेंट्स
ऑनलाइन इवेंट की जानकारी देते हुए एनटीसीएफ के जिला संयोजक एसपी यादव ने बताया कि ऑनलाइन कार्यशाला में छत्तीसगढ़ के छात्रों के अलावा देश भर से भी कई छात्र जुड़े. कार्यशाला में जशपुर जिले सहित रायपुर, बिलासपुर, सरगुजा (अम्बिकापुर), बस्तर (जगदलपुर), बीजापुर, दंतेवाड़ा, कांकेर, नारायणपुर, बालोद, धमतरी, बेमेतरा, मुंगेली, कवर्धा, राजनांदगांव, रायगढ़, महासमुंद, दुर्ग, गरियाबंद, सूरजपुर, बलरामपुर सहित भारत के कई राज्यों के 789 स्टूडेंट्स शामिल हुए.