जशपुर: जिले के आस्ता में गौ तस्करी को लेकर हुए हंगामे के मामले में पुलिस ने 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गौ तस्करी के मामले को लेकर दो पक्षों में विवाद हुआ था. जिसके बाद तस्करों की गिरफ्तारी को लेकर गौ रक्षक समिति के सदस्यों सहित ग्रामीणों ने आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर थाने के सामने हंगामा भी किया था. हंगामे के 24 घंटे के अंदर ही पुलिस ने 11 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
घटना के संबंध में जानकारी देते हुए SDOP मनीष कुंवर ने बताया कि आस्ता थाना क्षेत्र के ग्राम आमगांव में गौवंश से भरे हुए एक पिकअप वाहन को स्थानीय ग्रामीणों ने रोका. इस मामले को लेकर गौ तस्करों और गौ रक्षा समिति के लोगों के बीच तीखी झड़प हुई. गौ रक्षा समिति के कार्यकर्ताओं ने तस्करों पर उनके साथ मारपीट का आरोप लगाया था. इस बीच आमगांव में मचे इस बवाल की सूचना पर आस्ता पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई.
गिरफ्तारी की मांग को लेकर हुआ था बवाल
पुलिस को देखकर तस्कर पिकअप वाहन और गौवंशों को छोड़कर मौके से फरार हो गए. इस मामले को लेकर दूसरे दिन जमकर बवाल हुआ था. गौ रक्षा समिति के सदस्य आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर सड़क पर उतर आए. आस्ता में हो रहे हंगामे की सूचना पर भाजपा नेता और पूर्व मंत्री गणेश राम भगत भी समर्थकों के साथ ग्राम आस्ता पहुंचे थे.
पढ़ें- बलरामपुर: कोविड-19 हॉस्पिटल से फरार पशु तस्कर, रामानुजगंज से फिर गिरफ्तार
पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आस्ता थाने में अज्ञात आरोपियों के खिलाफ कृषि पशु संरक्षण समेत विभिन्न धाराओं के तहत अपराध दर्ज किया और मामले की जांच शुरू की. जिसके बाद मवेशी तस्करी के आरोप में 11 लोगों को गिरफ्तार किया गया. 11 आरोपियों में मुश्ताक अंसारी, सान मोहम्मद, आशिक अंसारी, रियाज अंसारी, अबुल अंसारी, नस्तर रब्बानी, मनान अंसारी, दिलावर अंसारी, निजामुद्दीन अंसारी, फिरोज अंसारी और महताब आलम शामिल हैं.
पढ़ें- मवेशी तस्करों और ग्रामीणों के बीच हुई झड़प, पुलिस ने संभाला मोर्चा
बता दें कि जशपुर की सीमा झारखंड राज्य से लगे होने की वजह से लगातार इस क्षेत्र में मवेशियों की तस्करी होती रही है.