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5 संग्रहण केंद्रों में बारिश में भीग रहा करोड़ों का धान, सुरक्षा के नहीं है कोई इंतजाम

1 लाख 70 हजार क्विंटल धान बारिश की वजह से भीग रहा है. बावजूद इसके धान को ढंकने या बचाने का कोई उपाय नहीं किया जा रहा है.

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Published : Jul 10, 2019, 6:22 PM IST

Updated : Jul 10, 2019, 7:51 PM IST

भीग रहा करोड़ों का धान

जांजगीर-चांपा : जिले के 5 संग्रहण केंद्रों में रखा लगभग 1 लाख 70 हजार क्विंटल धान लापरवाही की भेंट चढ़ रहा है. धान को बारिश से बचाने के लिए केंद्र ने कोई उपाय नहीं किया है, जिससे 42 करोड़ 50 लाख रुपए के इस धान पर खतरा मंडरा रहा है.

भीग रहा करोड़ों का धान

संग्रहण केन्द्रों में बदहाली का मंजर कुछ ऐसा है कि बारिश में भीगने के बाद धान अंकुरित भी होने लगे हैं, बावजूद इसके धान को ढंकने या बचाने का कोई उपाय नहीं किया जा रहा है, जिससे करोड़ों का नुकसान हो सकता है.

बता दें कि, जिले में धान की रिकॉर्ड पैदावारी हुई है. वहीं खरीदे गए धान का उठाव मार्कफेड संग्रहण केन्द्रों से नहीं कर पा रहा है. अभी भी जिले में पांच संग्रहण केंद्र में 1 लाख 70 हजार क्विंटल से अधिक धान का उठाव शेष है. इसके उठाव के लिए मार्कफेड गंभीर नजर नहीं आ रहा है, जबकि लगातार बारिश होने और धान को सुरक्षित न रखने से धान भीग रहा है.

जांजगीर-चांपा : जिले के 5 संग्रहण केंद्रों में रखा लगभग 1 लाख 70 हजार क्विंटल धान लापरवाही की भेंट चढ़ रहा है. धान को बारिश से बचाने के लिए केंद्र ने कोई उपाय नहीं किया है, जिससे 42 करोड़ 50 लाख रुपए के इस धान पर खतरा मंडरा रहा है.

भीग रहा करोड़ों का धान

संग्रहण केन्द्रों में बदहाली का मंजर कुछ ऐसा है कि बारिश में भीगने के बाद धान अंकुरित भी होने लगे हैं, बावजूद इसके धान को ढंकने या बचाने का कोई उपाय नहीं किया जा रहा है, जिससे करोड़ों का नुकसान हो सकता है.

बता दें कि, जिले में धान की रिकॉर्ड पैदावारी हुई है. वहीं खरीदे गए धान का उठाव मार्कफेड संग्रहण केन्द्रों से नहीं कर पा रहा है. अभी भी जिले में पांच संग्रहण केंद्र में 1 लाख 70 हजार क्विंटल से अधिक धान का उठाव शेष है. इसके उठाव के लिए मार्कफेड गंभीर नजर नहीं आ रहा है, जबकि लगातार बारिश होने और धान को सुरक्षित न रखने से धान भीग रहा है.

Intro:संग्रहण केन्द्रों मे 1 लाख 70 हजार क्विंटल धान खुले मे पड़ा,  करोड़ो के धान मे लापरवाही का अंकुरण, सरकार को लगेगा चूना

धान सुरक्षित रखने विभाग के पास नही है जरूरी इंतजाम 

जांजगीर-चांपा :- जिले के 5 संग्रहण केन्द्रों मंे रखा लगभग 1 लाख 70 हजार क्विंटल धान लापरवाही की भेट चढ़ रहा हैं बर्बाद होते धान की कीमत तकरीबन 42 करोड़ 50 लाखा रू आंकी गई है। संग्रहण केन्द्रो मे इतनी बदहाली का मंजर है कि धान अंकुरित हो रहे हैं इतना ही नही इन दिनों लगातार बारिश हो रही है यदि धान को सुरक्षित ना रखा जाए तो सरकार को करोड़ा का चुना लग सकता है। Body:गौरतलब है कि जिले मे धान की रिकार्ड पैदावारी हुई है  वहंी खरीदे गये धान का उठाव  मार्कफेड संग्रहण केन्द्रों से नही कर पा रहा है। अभी भी जिले मे पंाच संग्रहण केन्द्र मे 1 लाख 70 हजार क्ंिवटल से अधिक धान का उठाव शेष है। इसके उठाव के लिए मार्कफेड गंभीर नजर नही आ रहा है जबकि लगातार बारिश हो रही है और धान भीग रहा है। 

Conclusion:

बाईट-1 विवेक पटेल संग्रहण केन्द्र प्रभारी जांजगीर

बाईट-2 प्रवीण पैकरा जिला विपणन अधिकारी जांजगीर-चांपा
Last Updated : Jul 10, 2019, 7:51 PM IST
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