जांजगीर चांपा: इन दिनों राष्ट्रीय राजमार्ग पर अपने गृह राज्य लौटने वाले मजदूर ही दिखाई दे रहे हैं. ये मजदूर बेरोजगारी के कारण अपने गृह राज्य लौटने को मजबूर हैं. रायपुर में स्टील प्लांट बंद होने के बाद ऐसे ही 22 मजदूर झारखंड के लिए रवाना हुए हैं, जो जांजगीर में कुछ देर ठहरे. खास बात ये है कि मजदूरों ने गृह राज्य जाने के लिए आनन-फानन में साइकिल तक खरीदी.
लॉकडाउन खुलने की थी आस
लॉकडाउन का साइड इफेक्ट हर स्तर पर देखने को मिल रहा है. रायपुर इंडस्ट्रियल एरिया में स्टील प्लांट बंद होने के कारण झारखंड के मजदूर बेरोजगार हो गए. मजदूरों ने किसी तरह लॉकडाउन फेज 1 और 2 का समय काटा, लेकिन जब लॉकडाउन की अवधि और बढ़ा दी गई, तो उन्होंने आनन-फानन में साइकिल खरीदी और झारखंड के लिए रवाना हो गए. उन्होंने कहा कि रुपए खत्म होने लगे हैं, ऐसे में उनके पास घर लौटने के अलावा और कोई चारा नहीं है. इस दौरान किसी ने पुरानी साइकिल तो किसी ने नई साइकिल खरीदकर झारखंड लौटने का फैसला किया.
ETV भारत ने जाना मजदूरों का हाल
जांजगीर-चांपा जिला मुख्यालय में 24 घंटे के सफर के बाद थकान मिटाते हुए झारखंड के मजदूरों से ETV भारत की मुलाकात हुई, जहां उन्होंने अपना दर्द बयां किया.
साइकिल पर मजदूर
झारखंड के 22 मजदूर साइकिल पर सवार होकर इस कड़कड़ाती धूप में लगभग साढ़े 600 किलोमीटर का सफर तय करने के लिए निकले हैं. इनमें से कुछ 50 वर्ष से भी ज्यादा उम्र के हैं, ऐसे में किसी भी हादसे से इंकार नहीं किया जा सकता है. सफर के दौरान कुछ लोगों ने इनकी मदद भी की.