जांजगीर चाम्पा: दिव्यांगों के लिए राज्य समग्र शिक्षा विभाग से एक साल पहले भेजे गए सहायक उपकरण का अब तक वितरण नहीं हो पाया है. गड़बड़ी की आशंका की खबर मीडिया में आने के बाद अब प्रबंध संचालक समग्र शिक्षा ने मामले पर संज्ञान लिया. साथ ही जांजगीर चांपा के डीईओ से साथ ही समग्र शिक्षा विभाग के जिला परियोजना अधिकारी को पांच दिन में सहायक उपकरणों का भौतिक सत्यापन कर रिपोर्ट भेजने के आदेश दिए हैं.
उपकरणों के नाम के साथ मांगी बच्चों की लिस्ट: गड़बड़ियों की आशंका पर विराम लगाने और गड़बड़ी करने वालों को बेनकाब करने के लिए जिला परियोजना अधिकारी को पत्र जारी किया गया है. 14 जुलाई को जारी लेटर में प्रबंध संचालक ने पांच दिन का समय दिया है. इतने समय में ही वर्ष 2021-22और 22-23 के प्राथमिक और मिडिल स्कूल में दिव्यांग बच्चों को सहायक उपकरण देने की जानकारी मांगी है. अगर सहायक उपकरण बांटे गए हैं तो बच्चों के नाम, उपकरण के नाम का पूरा ब्योरा मांगा गया है. अगर सहायक उपकरण किसी कारण से अब तक नहीं बंट पाए हैं तो कौन कौन सा उपकरण नहीं बंटा और उसे कहां रखा गया है, इसका भौतिक सत्यापन करने के आदेश दिए हैं.
आदेश मिलते ही बीआरसी कार्यालयों में मचा हड़कंप: दिव्यांगों बच्चों की मदद के लिए शासन ने सहायक उपकरण उपलब्ध करने के लिए जांजगीर चाम्पा जिला के पांच ब्लॉक में सामग्री सीधा बीआरसी (ब्लाॅक रिसोर्स कोआर्डिनेटर कार्यालय) को भेजा. लेकिन एक साल तक उन सामाग्री का वितरण नहीं किया गया. इसे लेकर समग्र शिक्षा विभाग के ब्लाॅक अधिकारियों पर दिव्यांगों के सहायक उपकरण बेचने के भी आरोप लगे. अब राज्य कार्यालय से आए पत्र के बाद भौतिक सत्यापन होते ही इस आरोप प्रत्यारोप से पर्दा उठ जाएगा. यह भी पता चल जाएगा कि आखिर दिव्यांगों का सहायक उपकरण कहां गया और उसके लिए जिम्मेदार कौन लोग हैं. ?