जांजगीर-चांपा: लॉकडाउन के दौरान राहगीरों से हो रही अवैध वसूली को लेकर दिखाई गई ETV भारत की खबर का असर हुआ है. प्रशासन ने इसे गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दिए हैं. नगर पंचायत खरौद और शिवरीनारायण के कर्मचारियों पर धड़ल्ले से वसूली करने के आरोप लोगों ने लगाए थे. इस मुद्दे को ETV भारत ने " लॉकडाउन में धड़ल्ले से अवैध वसूली !, SDM का कॉल सुन कर्मचारियों की बोलती बंद" नाम की हेड़लाइन के साथ प्रमुखता से दिखाया था.
जांजगीर एसडीएम मेनका प्रधान ने कहा है कि ETV भारत के माध्यम से केस उनके संज्ञान में आया है. इस पर नोटिस जारी कर जांच कराई जाएगी. साथ ही अगर कोई कर्मचारी दोषी पाए जाते हैं तो, उन पर कार्रवाई भी की जाएगी. इस मुद्दे पर पामगढ़ एसडीएम अनुपम तिवारी ने कहा कि खरौद CMO को नोटिस जारी किया जा रहा है.
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क्या था पूरा मामला
कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए लोगों की सुरक्षा के मद्देनजर प्रशासन ने लॉकडाउन की घोषणा की थी, वहीं दूसरी ओर मैदानी स्तर पर तैनात कर्मचारी और अधिकारी इसका फायदा उठाने से नहीं चूक रहे थे. ऐसा ही एक नजारा खरौद और शिवरीनारायण नगर पंचायत क्षेत्र में देखने को मिला, जहां बॉर्डर पर तैनात कर्मचारी लॉकडाउन के नियमों का हवाला देकर अवैध वसूली करते नजर आए थे. जब ETV भारत की टीम ने इस विषय पर यहां तैनात कर्मचारियों से बात करने की कोशिश की, तो वे कैमरे से बचते नजर आए. इस मामले में जब एसडीएम से फोन पर चर्चा की गई, तो उन्होंने साफ तौर पर केवल बगैर मास्क के घूम रहे लोगों के चालान काटे जाने का आदेश दिए जाने की बात कही थी. जबकि राहगीरों से जब पूछा गया कि उनसे किस बात का चालान काटा गया है, तो उन्होंने बताया था कि 1 बजे के बाद बॉर्डर से गुरजने की वजह से उनका 100 रुपए का चालान काटा गया है. बता दें कि राहगीरों ने मास्क पहन रखे थे. प्रशासन ने इस मामले पर संज्ञान ले लिया है.