जांजगीर चांपा : जिले के लगभग सभी गांव में 'जल जीवन मिशन' अंतर्गत हो रहे कार्यों में घोर अनियमितता बरती जा रही है. ठेकेदारों ने निर्धारित मापदंड के विरुद्ध काम किया है. वहीं ठेकेदारों की लापरवाही और भ्रष्टाचार को रोकने के लिए कोई अधिकारी तैयार नहीं है. निर्माण कार्य के दौरान ना तो फील्ड पर कोई अधिकारी रहता हैं और ना ही शिकायत के बाद ही कोई जांच होती है. सबसे महत्वपूर्ण पहलू ये भी है कि निर्माण कार्य के पहले ही ठेकेदारों को भुगतान कर दिया जा रहा है.
करोड़ों का हुआ घोटाला : आरटीआई कार्यकर्ता समर्थ सिंह ने बताया '' ग्राम दहिदा में तय योजना के विरुद्ध काम करते हुए केवल 250-300 मीटर तक ही पाइप लाइन बिछाया गया है. गांव में पहले से बिछाए गए पाइप लाइन को नया बताया जा रहा है. ग्राम दहिदा कर्रा और भैंसमुड़ी को लेकर आरटीआई से प्राप्त जानकारी में चौकाने वाली जानकारी प्राप्त हुई है. किसी गांव में छोटे से पम्प हाउस के लिए 10 लाख के ईंट लगाए जाने की जानकारी मिली है.तो कहीं पर पेंटिंग के नाम पर लाखों रुपए निकाले गए हैं. भैंसमुड़ी में आज तक निर्माण कार्य पूरा नहीं हुआ है, जबकि अक्टूबर 2022 में निर्माण पूर्ण की रिपोर्ट बना दी गई है.''
पैसा पानी की तरह बहा,लेकिन नहीं मिला पानी : जल मिशन योजना के भ्रष्टाचार को उजागर करने के लिए नागरिक मंच ने ग्रामीणों के लिए नंबर भी जारी किया है. जिसमें अपने गांव में चल रहे जल मिशन योजना के काम पर निगरानी रखने का आह्वान किया है. साथ ही ठेकेदार की मनमानी और गुणवत्ता में गड़बड़ी को उजागर करने के लिए मोबाइल नंबर पर वीडिओ फोटो और गांव की जानकारी देने की अपील की गई है.केंद्र सरकार की इस महत्वपूर्ण योजना को पूरी ईमानदारी से पूर्ण कराने और घर घर नल से पानी पहुंचाने के लिए सड़क की लड़ाई लड़ाने के लिए तैयार कर रहे हैं.
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ग्रामीणों ने भ्रष्टाचार रोकने के लिए कसी कमर : नागरिक मंच ने अफसरों और ठेकेदारो की सांठ गांठ से केंद्र सरकार की जल मिशन योजना में हो रही धांधली को उजागर करने के लिए कमर कस ली है.अब गांव गांव में लोगों को एक कर सरकार की योजना की जानकारी ली जा रही है.नागरिक मंच के इस आरोप को जांजगीर एसडीएम ने गंभीरता से लिया है. शिकायत पत्र में उल्लेखित विषयों की जांच के लिए विभागीय अधिकारी को तत्काल पत्र भेजने की बात की है.