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जांजगीर चांपा: पिछले सीजन के 300 करोड़ रुपये बकाया की मांग पर अड़े राइस मिलर्स, मिला आश्वासन - जांजगीर कलेक्टर से मिले राइस मिलर्स

जांजगीर के राइस मिलर्स ने एक सुर में इस बार कस्टम मिलिंग नहीं करने की चेतावनी दी हैं. उनका कहना है कि जब तक उनका पिछले सीजन का 300 करोड़ का भुगतान नहीं होता तब तक वे कस्टम मिलिंग नहीं करेंगे.

Rice millers adamant on demanding Rs 300 crore dues of last season in Janjgir Champa
300 करोड़ रुपये बकाया की मांग पर अड़े राइस मिलर्स
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Published : Dec 2, 2020, 4:54 PM IST

Updated : Dec 2, 2020, 5:33 PM IST

जांजगीर-चांपा: प्रदेश में धान खरीदी शुरू हो गई है. खरीदी केंद्र से अब धान का उठाव राइस मिलर्स करेंगे, लेकिन इस बार आसार कुछ ठीक नहीं लग रहे है. राइस मिलर्स को पिछले सीजन के कस्टम मीलिंग का पैसा अब तक नहीं मिला है. जिले के 165 से ज्यादा राइस मिलर्स की पेंडिंग राशि लगभग साढ़े 3 सौ करोड़ रुपये है. जिससे मिलर्स ने साफ शब्दों में भुगतान नहीं होने पर इस बार कस्टम मिलिंग नहीं करने की चेतावनी दी है.

कस्टम मिलिंग नहीं करने की चेतावनी

300 करोड़ रुपये बकाया की मांग पर अड़े राइस मिलर्स

जिले के राइस मिलरों की आर्थिक दशा खराब होने लगी है. राइस मिलर्स को पिछले सीजन के कस्टम मीलिंग का पैसा अब तक नहीं मिला है. जिले के 165 से ज्यादा राइस मिलर्स की पेंडिंग राशि लगभग साढ़े 3 सौ करोड़ रुपये है. इस मामले में राइस मिलर्स का कहना है कि अगर लंबित राशि का भुगतना नहीं हुआ तो वे इस बार कस्टम मिलिंग नहीं कर पाएंगे.

पढ़ें: बालोद: धान खरीदी केंद्रों में बारदाने की कमी, किसानों की बढ़ सकती है परेशानी

कलेक्टर से मिला राशि भुगतान का आश्वासन

Rice millers adamant on demanding Rs 300 crore dues of last season in Janjgir Champa
300 करोड़ रुपये बकाया की मांग पर अड़े राइस मिलर्स

राइस मिलर्स ने ETV भारत से चर्चा में बताया कि ऐसा पहली बार हुआ है जब पिछला बकाया भुगतान किए बिना प्रशासन नये सीजन के धान उठाव के लिए दबाव बना रहा है. राइस मिलर्स ने कलेक्टर से मिलने पहुंचे. उन्होंने बताया कि उन्हें आश्वासन दिया गया है कि दो दिनों में विभाग के एमडी से चर्चा कर जल्द भुगतान कराया जाएगा. हालांकि किसी भी अधिकारी ने मामले में कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया.

जांजगीर-चांपा: प्रदेश में धान खरीदी शुरू हो गई है. खरीदी केंद्र से अब धान का उठाव राइस मिलर्स करेंगे, लेकिन इस बार आसार कुछ ठीक नहीं लग रहे है. राइस मिलर्स को पिछले सीजन के कस्टम मीलिंग का पैसा अब तक नहीं मिला है. जिले के 165 से ज्यादा राइस मिलर्स की पेंडिंग राशि लगभग साढ़े 3 सौ करोड़ रुपये है. जिससे मिलर्स ने साफ शब्दों में भुगतान नहीं होने पर इस बार कस्टम मिलिंग नहीं करने की चेतावनी दी है.

कस्टम मिलिंग नहीं करने की चेतावनी

300 करोड़ रुपये बकाया की मांग पर अड़े राइस मिलर्स

जिले के राइस मिलरों की आर्थिक दशा खराब होने लगी है. राइस मिलर्स को पिछले सीजन के कस्टम मीलिंग का पैसा अब तक नहीं मिला है. जिले के 165 से ज्यादा राइस मिलर्स की पेंडिंग राशि लगभग साढ़े 3 सौ करोड़ रुपये है. इस मामले में राइस मिलर्स का कहना है कि अगर लंबित राशि का भुगतना नहीं हुआ तो वे इस बार कस्टम मिलिंग नहीं कर पाएंगे.

पढ़ें: बालोद: धान खरीदी केंद्रों में बारदाने की कमी, किसानों की बढ़ सकती है परेशानी

कलेक्टर से मिला राशि भुगतान का आश्वासन

Rice millers adamant on demanding Rs 300 crore dues of last season in Janjgir Champa
300 करोड़ रुपये बकाया की मांग पर अड़े राइस मिलर्स

राइस मिलर्स ने ETV भारत से चर्चा में बताया कि ऐसा पहली बार हुआ है जब पिछला बकाया भुगतान किए बिना प्रशासन नये सीजन के धान उठाव के लिए दबाव बना रहा है. राइस मिलर्स ने कलेक्टर से मिलने पहुंचे. उन्होंने बताया कि उन्हें आश्वासन दिया गया है कि दो दिनों में विभाग के एमडी से चर्चा कर जल्द भुगतान कराया जाएगा. हालांकि किसी भी अधिकारी ने मामले में कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया.

Last Updated : Dec 2, 2020, 5:33 PM IST
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