जांजगीर-चांपा: पिहरिद गांव में बोरवेल में फंसे राहुल को 105 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद सकुशल वापस निकाला लिया गया (pit dug for Operation Rahul in Janjgir Champa was filled) था. राहुल के रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान एक बड़ा गड्ढा खोदा गया था. अब इस गड्ढे को पाटा जा ( Operation Rahul Sahu of Janjgir Champa) रहा है.
कब और कैसे बोरवेल में गिरा था राहुल: मालखरौदा ब्लाक के पिहरिद गांव में 10 जून शुक्रवार को दोपहर के वक्त अपने घर के पीछे खेलते हुए 12 साल का राहुल खुले बोरवेल में गिर गया था. गांव भर में अपने बेटे को ढूंढने के बाद मां को अपनी बाड़ी में बोर के नीचे से रोने की आवाज आई. सूचना मिलने पर प्रशासनिक टीम पहुंची और राहुल को बोरवेल से निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू हुआ. 5 दिनों तक कड़ी मशक्कत के बाद राहुल को बोरवेल से सकुशल बाहर निकाला गया.
डॉक्यूमेंट्री बनाने की तैयारी: बोरवेल में गिरे राहुल को निकालने के लिए रेस्क्यू टीम ने कड़ी मेहनत की. रेस्क्यू टीम के इस संघर्ष और परिवार की पीड़ा के साथ जिंदगी और मौत से जंग लड़ रहे राहुल की पीड़ा की डॉक्यूमेंट्री बनाने की तैयारी की गई है.छत्तीसगढ़ी फिल्म भूलन कांदा बना कर नेशनल अवार्ड जीतने वाले प्रसिद्ध निर्माता मनोज वर्मा ने मौके का निरीक्षण किया है. उन्होंने राहुल के परिजनों के साथ कलेक्टर जितेंद्र शुक्ला से चर्चा की. कलेक्टर ने किसी दूसरी दुर्घटना की संभावना को देखते हुए गढ्ढे को बेरिकेडिंग और पाटने के निर्देश दिए. अब टनल से लेकर 60 फीट का गढ्ढा पूरी तरह से पाट लिया गया है.