जांजगीर-चांपा: कोरोना संकट की वजह से चर्च के दरवाजे बंद थे, जिससे उपासकों में निराशा थी, लेकिन अब नियम शर्तों के साथ चर्च खोल दिए गए हैं. यीशु के दर खुलते ही ईसाई समुदाय के लोगों में उत्साह था, लेकिन कोरोना वायरस की वजह से यीशु के दर पर लॉकडाउन की बंदिशें लगी हैं, जिससे वह चाहकर भी प्रभु यीशु का दर्शन नहीं कर सकते हैं. इसे देखते हुए चर्च के संचालकों ने प्रभु यीशु के उपासकों को ऑनलाइन प्रार्थना का इंतजाम किया है, जिससे उपासकों की आस्था बनी रहे.
दरअसल, जांजगीर-चांपा में 'मेनो नाइट चर्च'1912 में स्थापित की गई थी, लेकिन 'मेनो नाइट चर्च' को लेकर इन दिनों सोशल मीडिया पर काफी चर्चा है. चर्च में यीशु के उपासकों के लिए ऑनलाइन प्रार्थना शुरू की गई है, ताकि प्रभु यीशु के चाहने वालों को ऑनलाइन दर्शन और प्रार्थना कराई जा सके. ताकि कोरोना संकट का खतरा कम हो सके.
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हर रविवार को सुबह 10 बजे की जाती है प्रार्थना
चर्च के संचालक ने बताया कि पिछले सप्ताह से हर रविवार को सुबह 10 बजे से प्रार्थना शुरू होती है, जिसको सोशल मीडिया के माध्यम से प्रसारित किया जाता है. प्रार्थना के समय में मेनो नाइट चर्च पूरे तरीके से बंद रहता है और फिर प्रार्थना सभा आयोजित की जाती है, ताकि सभागृह में चर्च के कर्मचारियों को छोड़कर और कोई भी व्यक्ति अंदर न आ सके. ऑनलाइन प्रार्थना होने से चर्च में भीड़ भाड़ कम रहेगी. जिससे कोरोना संक्रमण के फैलने का खतरा कम होगा. चर्च प्रबंधन की तरफ से इस तरह की प्रार्थना सभा की हर ओर तारीफ हो रही है.
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केंद्र की गाइडलाइन का पालन किया जा रहा
चर्च में ऑनलाइन प्रार्थना को लेकर चर्च के पास्टर ने बताया कि कोरोना वायरस को लेकर हमने यह पहल की है. सोशल मीडिया के माध्यम से लाइव होकर जब प्रार्थना की जाती है, तो घरों में बैठकर ही लोग इस प्रार्थना सभा का हिस्सा बन जाते हैं. उन्होंने यह भी बताया कि लॉकडाउन के बाद चर्च को खोले हुए यह दूसरा रविवार है. इससे पहले चर्च को पूर्ण रूप से बंद कर दिया गया था. साथ ही केंद्र की गाइडलाइन का पालन किया जा रहा है.