जांजगीर-चांपा: जिले में पिछले 3 दिनों से रुक-रुक कर हो रही लगातार बारिश से न केवल आम जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. बल्कि जिले के गांवों में भारी तबाही का मंजर देखने को मिल रहा है. सैकड़ों परिवारों को रेस्क्यू कर उचित स्थान पर शिविर बनाकर ठहराया गया है. जबकि रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान एक युवक की मौत हो गई. प्रदेश की सबसे बड़ी नदी महानदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है.
कई गांवों में सैकड़ों की संख्या में मकान टूट गए हैं, जबकि पानी भरने से आम लोगों को रेस्क्यू कर शिविर बना कर प्रशासन ठहरा रहा है. अकलतरा ब्लॉक के आरसमेटा में रेस्क्यू के दौरान ही एक युवक की बह जाने से मौत हो गई. पिछले 24 घंटे में लगातार हो रही बारिश के कारण न केवल कच्चे मकान, बल्कि पेड़-पौधे भी गिर गए हैं.
कई गांव के लोगों को शासकीय भवनों में ठहराया गया
इससे आम लोगों को भारी नुकसान हुआ है. जांजगीर अनु विभाग में कुथूर, कामता, मुरली, खैरा गांव के सैकड़ों परिवारों को बचाव दल ने सुरक्षित स्थान पर ठहराया है. जबकि पामगढ़ ब्लॉक के नवागांव, तनौद, डिधोरा,ससहा के लगभग 2 दर्जन परिवारों को बचा कर शासकीय भवनों में ठहराया गया है.
महानदी शिवरीनारायण में खतरे के निशान से ऊपर बह रही
इस संबंध में जांजगीर एसडीएम मेनका प्रधान और पामगढ़ एसडीएम अनुपम तिवारी ने जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि लगातार अलग-अलग स्थानों पर रेस्क्यू का काम अभी भी जारी है. इधर प्रदेश की सबसे बड़ी नदी महानदी में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है.
जिला प्रशासन ने सभी विभागों को अलर्ट पर रखा
महानदी शिवरीनारायण में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, क्योंकि लगातार बारिश की स्थिति अभी थमी नहीं है. इसलिए बाढ़ की संभावना लगातार बनी हुई है. जिला प्रशासन ने बाढ़ नियंत्रण कक्ष स्थापित कर दिया है. सभी विभागों को अलर्ट पर रखा है, ताकि बाढ़ की स्थिति में राहत दल जल्द से जल्द मौके पर पहुंच सके.