जांजगीर: आर्थिक मजबूती के कारण शिक्षा से वंचित होने की स्थिति में हैं तो केंद्र सरकार शिक्षा के लिए प्रोत्साहन राशि देगी. 9वीं से 12 वीं तक की शिक्षा के लिए 12 हजार रूपए प्रतिवर्ष प्रोत्साहन छात्रवृत्ति योजना का लाभ मिलता है. ये योजना सरकारी और अनुदान प्राप्त स्कूल के 9वीं से 12वीं के गरीब छात्र छात्राओं को 12 हजार रुपए की छात्रवृत्ति के रूप में दी जाती है. भारत सरकार शिक्षा विभाग द्वारा केंद्रीय विद्यालय जांजगीर को पत्र लिखकर छात्र छात्राओं के हित में योजना के प्रचार प्रसार की जिम्मेदारी दी गई है. केंद्रीय विद्यालय के प्रभारी प्राचार्य बी केरकेट्टा ने बताया कि ''शासन की योजना का लाभ लेने के लिए गरीब छात्र छात्राएं 15 नवंबर तक आवेदन पत्र जमा कर सकते है.''
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योजना का उद्देश्य: गरीबी और आर्थिक स्थिति मजबूत नहीं होने पर पढ़ाई से कोई भी बच्चा वंचित न हो, इसके लिए भारत सरकार का शिक्षा विभाग राष्ट्रीय साधन सह योग्यता छात्रवृत्ति योजना चला रहा है. जिसके तहत आर्थिक रूप से कमजोर और आठवीं के मेधावी और आगे की शिक्षा लेने से वंचित हो रहे छात्र छात्राओं को माध्यमिक शिक्षा जारी रखने के लिए प्रोत्साहन राशि दी जाती है. 9 वीं से 12 वीं कक्षा की पढ़ाई के लिए कमजोर बच्चों को 12 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि दी जाती है.
किसे मिलता है लाभ: जांजगीर केंद्रीय विद्यालय के प्रभारी प्राचार्य बी केरकेट्टा ने बताया कि ''भारत सरकार का शिक्षा विभाग यह योजना चला रहा है. इस योजना का लाभ दिलाने के लिए क्राएटेरिया निर्धारित किया है. छात्रों के माता पिता की वार्षिक आय 3 लाख 50 हजार से अधिक न हो, साथ ही छात्र छात्रा सरकार से सहायता प्राप्त और स्थानीय निकाय के स्कूलों में पढ़ाई करते हों, छात्रवृत्ति के लिए आयोजित चयन परीक्षा में शामिल होने के लिए छात्र छात्राओं को 8 वीं कक्षा में कम से कम 55 प्रतिशत अंक या उसके समकक्ष ग्रेड होना चाहिए. अनुसूचित जाति और जनजाति के लिए 5 प्रतिशत की छूट भी दी गई है.''