जांजगीर-चांपा: जिले में कुर्सी खरीदी पर पेंच फंस गया है. दरअसल कुर्सी खरीदी को लेकर नगरीय प्रशासन मंत्री शिव डहरिया ने बड़े भ्रष्टाचार की आशंका जाहिर करते हुए जांच के निर्देश दिए हैं. मामला पार्षद निधि से कुर्सी खरीदी का है. जानकारी के मुताबिक साल 2019-20 में पार्षदों ने 1 करोड़ 19 लाख रुपए से अधिक की कुर्सियां जेम पोर्टल से खरीदी है. इस मामले में मंत्री शिव डहरिया (Minister Shiv Dahria ) ने जांच के आदेश दिए हैं.
वन विभाग पर पौधरोपण संरक्षण में घपले का आरोप, पेड़ों को बचाने की मुहिम को लगा झटका
नगर पालिका के पार्षद और अध्यक्ष को सरकार अपने वार्डों में विकास कार्य कराने के लिए प्रति वर्ष फंड देती है. पार्षदों को 3 लाख रुपए, एल्डरमैन को दो लाख और अध्यक्ष को 25 लाख रुपए प्रति वर्ष दिए जाते हैं. इस फंड का उपयोग उन्हें अपने विवेक के अनुसार वार्डों की जरूरतों को देखते हुए करना होता है. लेकिन 2019-20 में तत्कालीन परिषद के अध्यक्ष और पार्षदों ने अपनी निधि से कोई निर्माण कार्य नहीं किया. बल्कि केवल टेबल-कुर्सी, बेंच, डेस्क, झूला खरीदने में किया है.inquiry into expenditure of Councilor fund)
![minister-shiv-dahria-ordered-inquiry](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/cgc-jnj-akaltara-01-chairghotala-avb-cgc10071_22062021165322_2206f_1624361002_235.jpg)
मंत्री के आदेश के बाद होगा भौतिक सत्यापन
सीएमओ राजेश गुप्ता ने बताया कि 17 जून को विभागीय मंत्री शिव डहरिया ने जिले के सीएमओ की वर्चुअल मीटिंग ली थी. जिसमें उन्होंने 2019-20 में हुई कुर्सियों की खरीदी की फाइल खोलने और जांच करने के लिए निर्देशित किया है. उन्होंने जांजगीर-नैला सीएमओ को इस मामले को लेकर निर्देश दिया है. साथ ही जेडी बिलासपुर को जांच करने के लिए निर्देश दिए हैं. आदेश के बाद इन कुर्सियों का भौतिक सत्यापन होगा. अब पेंच फंसेगा क्योंकि अब तो इनमें से कुर्सियां भी गायब हो गई है. जेम पोर्टल से शिवम इंटरप्राइजेस, ओम सांई ट्रेडर्स और महामाया ट्रेडर्स से सप्लाई हुई है. ( Janjgir Municipality)