जांजगीर चांपा: विवाह पंचमी के मौके पर कई जगह भगवान राम और माता सीता के विवाह का आयोजन किया जाता है. जांजगीर चांपा में रविवार को विवाह पंचमी के मौके पर सीता राम विवाह का आयोजन किया गया. नगर में बारात निकाल कर मठ मंदिर में बारातियों का स्वागत किया गया. विधि विधान के साथ ब्राह्मणों ने मंत्रोच्चार किया. इसके बाद माता सीता और भगवान राम का विवाह संपन्न कराया गया. इस दौरान राम भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिली.
वर्षों से चली आ रही परंपरा: माता शबरी की नगरी के मठ मंदिर में अगहन माह की पंचमी तिथि को राम-सीता विवाह का आयोजन किया जाता है. रविवार 17 दिसंबर को सीता-राम विवाह का आयोजन किया गया. उस बारे में ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान मठ के मठाधीश महंत राम सुन्दर दास ने बताया कि, "मंदिर परिसर में सीता-राम विवाह की रस्में 9 दिन पहले से शुरू हो जाती है. मठ मंदिर परिसर में राम कथा का आयोजन किया जाता है. इसमें भगवान राम के जन्म से लेकर वनवास और रावण वध के साथ ही राज्याभिषेक तक की कथा का वाचन होता है. नौवें दिन पूरे शिवरीनारायण नगर में भव्य बारात निकाली जाती है. रविवार को भी नगर के लोग बड़ी श्रद्धा और आस्था के साथ बारात का स्वागत किया और इस विवाह में शामिल हुए."
भगवान शिवरीनारायण की पावन धारा में सीता और राम का विवाह: भगवान शिवरीनारायण की पावन धारा में सीताराम विवाह महोत्सव बड़े ही उल्लास के साथ मनाया गया. शाम 4 बजे शिवरीनारायण मठ से रथ में सवार भगवान राम की बारात निकाली गई. इस दौरान भव्य शोभायात्रा भी निकाली गई. गाजे-बाजे के साथ शिवरीनारायण नगर भ्रमण कराया गया. इस बारात में नगर के कई महिला-पुरुष, युवा और बच्चों के साथ आस-पास के श्रद्धालु और संत मौजूद रहे. शोभा यात्रा मध्य नगरी चौक, मुंबई मार्केट, पुराना हटरी बाजार होते हुए मठ पहुंची. यहां नगर की महिलाओं ने भगवान राम का परिछन किया. उसके बाद उन्हें मंडप ले जा कर विधिवत विवाह संपन्न कराया गया. इस मौके पर पामगढ़ विधायक शेष राज हरवंश भी बराती में शामिल हुई.