जांजगीर-चांपा: मार्च के महीने में लगभग एक पखवाड़े से हर एक-दो दिन में बारिश हो रही है. जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. वहीं आम लोगों के स्वास्थ्य पर भी इसका बुरा प्रभाव पड़ रहा है. लेकिन सबसे बड़ी चिंता किसानों की है. रबी सीजन की फसल बेमौसम बारिश से बर्बाद हो रही है.
एक तरफ जहां सरसों, चना और गेहूं के फसल को नुकसान पहुंचा है. वहीं जिले में मक्के की फसल की बोनी चल रही है. ऐसे में फसलों के बर्बाद होने की चिंताएं बढ़ गई हैं. हैरानी बात है कि कृषि विभाग इस बात को मानने के लिए तैयार नहीं है. 1 दिन पहले रात में हुई बारिश के बाद आज फिर तड़के बारिश शुरू हो गई, जो सुबह तक जारी है.
मार्च के महीने में हर एक-दो दिन में बारिश हो रही है. इस तरह के बारिश से लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. धान खरीदी केंद्रों में 3 लाख क्विंटल धान पड़ा है, जो बेमौसम बारिश से बर्बाद हो रहा है. कृषि विभाग के उपसंचालक एमआर तिग्गा ने बताया कि, फिलहाल रबी सीजन के लिए यह बारिश अच्छी है, लेकिन ज्यादा बारिश से नुकसान भी हो सकता है. बता दें कि इलाके में बारिश लगातार जारी है.