जांजगीर-चांपा: जमीन खरीदी फर्जीवाड़ा मामले में जिला रजिस्ट्रार ने बड़े बकायेदारों को नोटिस जारी किया है. बकायेदारों ने भू-राजस्व को करोड़ों रुपये का चूना लगाया है. इस कड़ी में जिला पंजीयक ने बकायेदारों को जुर्माना पटाने का निर्देश देते हुए चेतावनी जारी की है. जिसमें कहा है कि अगर समय पर सीमा शुल्क नहीं जमा किया गया तो कुर्की की कार्रवाई होगी.
दरअसल, जांजगीर में संचालित कई संस्थानों, बिल्डर्स और लोगों ने जमीन की कीमत कम बताते हुए जानबूझकर रजिस्ट्री शुल्क कम जमा किया है. जबकि जांच में करोड़ों रुपये का घपला सामने आया है, जिसमें तकरीबन 50 से ज्यादा संस्थानों की सूची जारी की गई है. इन सभी पर जानबूझ कर कम पंजीयन शुल्क देने का आरोप है.
संस्थानों ने नोटिस का नहीं दिया जवाब
मामले में जिला पंजीयक बीएस नायक ने बताया कि 'जिला पंजीयन कार्यालय से सभी संस्थानों को नोटिस जारी होने के बाद भी ये सभी संस्थान नोटिस का जवाब नहीं दे रहे हैं. ऐसे में समय सीमा में शुल्क नहीं जमा किया गया, तो कुर्की की कार्रवाई जल्द होगी'.
सरकार को लगा रहे करोड़ों का चूना
बता दें कि शुल्क चोरी करने वाली संस्थाओं में से KSK महानदी पावर प्लांट ने 96 लाख रुपए, महेंद्रा पावर लिमिटेड ने 98 लाख रुपए जमा नहीं किए हैं. वहीं इस तरह से तकरीबन 50 संस्थानों ने भू-राजस्व विभाग को करोड़ों रुपये का चूना लगाने का काम किया है.