जांजगीर चांपा: छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े पावर प्लांट KSK में कर्मचारियों हड़ताल 12 अक्टूबर से लगातार जारी है. जहां एक ओर पॉवर प्लांट के कर्मचारी स्ट्राइक पर हैं, वहीं दूसरी ओर पावर प्लांट को रिजर्व बैंक ने प्लांट को टेकओवर कर लिया है. साथ ही नये प्रशासक की नियुक्ति भी कर दी है. जबकि प्लांट के कर्मचारी मजदूर अभी लगातार हड़ताल पर हैं.
ऐसी स्थिति में KSK महानदी पॉवर प्लांट के अस्तित्व को लेकर बड़ा खतरा पैदा हो गया है. वहीं 4 हजार से अधिक कर्मचारियों के भविष्य पर प्रश्न चिन्ह लग गया है. जहां पॉवर प्लांट के दिवालिया होने की खबर है, वहीं निचले स्तर में कर्मचारियों का असंतोष सड़क पर है.
कर्मचारियों का ये है कहना
आंदोलनकारी कर्मचारियों का कहना है कि KSK पावर प्लांट प्रबंधन अपना प्रभाव और दबदबा बनाए रखना चाहता है, जिसकी वजह से प्लांट प्रबंधन का अस्तित्व भंग हो गया है.
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बता दें कि छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े पॉवर प्लांट KSK से 36 सौ मेगावॉट बिजली उत्पादन का लक्ष्य रखा है. जिसमें 1800 मेगावॉट बिजली का उत्पादन शुरू हो गया है. वहीं बाकी के 18 सौ मेगावॉट के विद्युत उत्पादन की परियोजना पर काम चल रहा है.