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KSK पॉवर प्लांट के कर्मचारियों का हड़ताल जारी, नहीं सुलझ रहा विवाद

KSK पॉवर प्लांट के कर्मचारियों की हड़ताल अब भी जारी है. 7 दिन बीत जाने के बाद भी अब तक मामला नहीं सुलझ पाया है.

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Published : Oct 18, 2019, 10:21 PM IST

केएसके पावर प्लांट के कर्मचारियों का हड़ताल जारी

जांजगीर चांपा: छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े पावर प्लांट KSK में कर्मचारियों हड़ताल 12 अक्टूबर से लगातार जारी है. जहां एक ओर पॉवर प्लांट के कर्मचारी स्ट्राइक पर हैं, वहीं दूसरी ओर पावर प्लांट को रिजर्व बैंक ने प्लांट को टेकओवर कर लिया है. साथ ही नये प्रशासक की नियुक्ति भी कर दी है. जबकि प्लांट के कर्मचारी मजदूर अभी लगातार हड़ताल पर हैं.

केएसके पावर प्लांट के कर्मचारियों का हड़ताल जारी

ऐसी स्थिति में KSK महानदी पॉवर प्लांट के अस्तित्व को लेकर बड़ा खतरा पैदा हो गया है. वहीं 4 हजार से अधिक कर्मचारियों के भविष्य पर प्रश्न चिन्ह लग गया है. जहां पॉवर प्लांट के दिवालिया होने की खबर है, वहीं निचले स्तर में कर्मचारियों का असंतोष सड़क पर है.

कर्मचारियों का ये है कहना
आंदोलनकारी कर्मचारियों का कहना है कि KSK पावर प्लांट प्रबंधन अपना प्रभाव और दबदबा बनाए रखना चाहता है, जिसकी वजह से प्लांट प्रबंधन का अस्तित्व भंग हो गया है.

पढ़े:मोबाइल कंपनी ने सड़क कर दी बर्बाद, प्रशासन नहीं ले रहा सुध

बता दें कि छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े पॉवर प्लांट KSK से 36 सौ‌ मेगावॉट बिजली उत्पादन का लक्ष्य रखा है. जिसमें 1800 मेगावॉट बिजली का उत्पादन शुरू हो गया है. वहीं बाकी के 18 सौ मेगावॉट के विद्युत उत्पादन की परियोजना पर काम चल रहा है.

जांजगीर चांपा: छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े पावर प्लांट KSK में कर्मचारियों हड़ताल 12 अक्टूबर से लगातार जारी है. जहां एक ओर पॉवर प्लांट के कर्मचारी स्ट्राइक पर हैं, वहीं दूसरी ओर पावर प्लांट को रिजर्व बैंक ने प्लांट को टेकओवर कर लिया है. साथ ही नये प्रशासक की नियुक्ति भी कर दी है. जबकि प्लांट के कर्मचारी मजदूर अभी लगातार हड़ताल पर हैं.

केएसके पावर प्लांट के कर्मचारियों का हड़ताल जारी

ऐसी स्थिति में KSK महानदी पॉवर प्लांट के अस्तित्व को लेकर बड़ा खतरा पैदा हो गया है. वहीं 4 हजार से अधिक कर्मचारियों के भविष्य पर प्रश्न चिन्ह लग गया है. जहां पॉवर प्लांट के दिवालिया होने की खबर है, वहीं निचले स्तर में कर्मचारियों का असंतोष सड़क पर है.

कर्मचारियों का ये है कहना
आंदोलनकारी कर्मचारियों का कहना है कि KSK पावर प्लांट प्रबंधन अपना प्रभाव और दबदबा बनाए रखना चाहता है, जिसकी वजह से प्लांट प्रबंधन का अस्तित्व भंग हो गया है.

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बता दें कि छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े पॉवर प्लांट KSK से 36 सौ‌ मेगावॉट बिजली उत्पादन का लक्ष्य रखा है. जिसमें 1800 मेगावॉट बिजली का उत्पादन शुरू हो गया है. वहीं बाकी के 18 सौ मेगावॉट के विद्युत उत्पादन की परियोजना पर काम चल रहा है.

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Oकेएसके पावर प्लांट का मामला अब तक नहीं सुलझ पा रहा
O पिछले 7 दिनों से हड़ताल पर हैं प्लांट के कर्मचारी
O प्लांट के दिवालिया होने की भी खबर , प्लांट प्रबंधन ने इस संबंध में बात करने से किया इनकार Oप्रशासनिक अधिकारियों ने जानकारी दी कि, रिजर्व बैंक ने प्लांट को टेकओवर कर लिया है
O नए प्रशासक द्वारा चार्ज लेने के बाद प्लांट प्रबंधन की मनमानी पर रोक लग सकेगी।
Intro-
पिछले 1 सप्ताह से छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े पावर प्लांट में कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है। एक तरफ पावर प्लांट के कर्मचारी स्ट्राइक पर है , तो दूसरी तरफ पावर प्लांट को रिजर्व बैंक में अपने कब्जे में ले लिया है और नया प्रशासक नियुक्त कर दिया है । प्लांट प्रबंधन का अधिकार एक तरह से सीमित हो गया है। इधर प्लांट के कर्मचारी मजदूर लगातार हड़ताल पर है । ऐसी स्थिति में केएसके महानदी पावर प्लांट के अस्तित्व को लेकर बड़ा खतरा पैदा हो गया है। 4 हजार से अधिक कर्मचारी के भविष्य पर प्रश्न चिन्ह लग गया है। जहां पावर प्लांट के दिवालिया होने की खबर है, वही निचले स्तर में कर्मचारियों का असंतोष सड़क पर है।
P2C-

इस प्रतिकूल स्थिति से केएसके पावर प्लांट कैसे बचे इस पर गंभीरता दिखाई नहीं दे रही है क्योंकि हिंद मजदूर सभा के 35 कर्मचारियों को निलंबन का आदेश हुआ था उसे प्लांट प्रबंधन वापस नहीं ले रहा है । आंदोलनकारी कर्मचारियों का कहना है कि केसके पावर प्लांट प्रबंधन अपना प्रभाव और दबदबा बनाए रखना चाहता है, जबकि प्लांट प्रबंधन का अस्तित्व भंग कर दिया गया है और नया प्रशासक नियुक्त कर दिया गया है। क्योंकि नया प्रशासक के पदभार ग्रहण नहीं करने के कारण प्रबंधन की मनमानी जारी है। ज्ञात हो कि छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े पावर प्लांट केएसके महानदी पावर प्लांट 36 सौ‌ मेगावाट बिजली उत्पादन का लक्ष्य रखा है। जिसमें अट्ठारह सौ मेगावॉट बिजली उत्पादन शुरू हो गया है। बाकी के 18 सौ मेगा वाट के विद्युत उत्पादन की परियोजना पर काम चल रहा है। प्लांट में ताजा समस्या को लेकर आंदोलन कर रहे हिंद मजदूर सभा‌ HMS के नेता से हमने बातचीत की।

One to one बलराम गोस्वामी, महामंत्री ,हिंद मजदूर महासभाBody: ,,,,,Conclusion:,,,,,,
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