जांजगीर चांपा: राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ किरणमयी नायक ने जांजगीर चांपा जिले में 5वीं बार जन सुनवाई की. कलेक्टर सभा कक्ष में आयोजित सुनवाई में इस बार 30 प्रकरण की सुनवाई की गई. जिसमे 17 मामले का सुनवाई पूरी की. मानव तस्करी, दहेज प्रताड़ना के साथ तलाक के मामले में भी सुनवाई की गई. राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष ने मानव तस्करी के मामले ने एसपी को महिला की खोज बीन के निर्देश दिए. राज्य महिला आयोग ने बाबा राम देव के विवादित टिप्पणी के खिलाफ आई शिकायत पर भी विचार कर नोटिस जारी करने का वादा किया है. janjgir champa latest news
महिला प्रताड़ना के बढ़ते मामले समाज के लिए चिंताजनक: महिलाओं को न्याय दिलाने की प्राथमिकता को लेकर प्रदेश में अब तक 154 से अधिक सुनवाई कर चुकी है. किरणमई नायक ने एक बार फिर महिलाओं के साथ होने वाले प्रताड़ना के लिए महिलाओं की नासमझी और लड़कपन को जिम्मेदार बताया है. प्रदेशभर में महिला प्रताड़ना संबंधी शिकायत में लिव इन रिलेशन, सोशल मीडिया से दोस्ती, प्यार और शादी को समाज के लिए घातक बताया है. उन्होंने कहा कि महिला प्रताड़ना के केस में अधिकांश मामले लिव इन रिलेशन में रहने के बाद शादी नहीं करने, सोशल मीडिया से प्यार के बाद शादी को सामाजिक व्यवस्था को बिगड़ने वाला बताया. उन्होंने भारतीय संस्कृति का अनुकरण करने लिए आज की युवा पीढ़ी को प्रेरित करने का आहवान किया और इस तरह के बढ़ते प्रकरण की स्थिति को समाज के लिए चिंताजनक बताया.
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राज्य महिला आयोग में बाबा रामदेव के खिलाफ शिकायत: राज्य महिला आयोग अध्यक्ष की सुनवाई के दौरान महिला कांग्रेस कमेटी जिलाध्यक्ष ने बाबा रामदेव के खिलाफ लिखित आवेदन दिया. उन्होंने राम देव बाबा के खिलाफ महिलाओं के पहनावे पर दिए गए बयान को महिलाओं का अपमान बताया और बाबा रामदेव के खिलाफ कारवाई की मांग की. इस मामले को महिला आयोग की अध्यक्ष किरणमई नायक ने गंभीरता से लिया है और बाबा रामदेव को नोटिस जारी कर जवाब तलब करने का भरोसा दिलाया है.
महिलाओं को त्वरित न्याय दिलाना पहली प्राथमिकता: राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ किरणमयी नायक के साथ महिला आयोग की सदस्य शशिकांता राठौर और अर्चना उपाध्याय ने भी सुनवाई में हिस्सा लिया. डॉ किरणमयी नायक ने अपने कार्यकाल की आज 147वीं जनसुनवाई जांजगीर चाम्पा में की. राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ नायक ने कहा कि महिलाओं को त्वरित न्याय दिलाना ही हमारी पहली प्राथमिकता है. ससुराल और मायके में समान व्यवहार और तालमेल रखने से परिवार को बेहतर रूप से चलाया जा सकता है.