जांजगीर चांपा: जांजगीर चांपा के नैला नगर पालिका क्षेत्र में नालियों की बदहाल स्थिति है. लाखों रुपये खर्च करने के बाद भी हालात नहीं सुधरे हैं. यही वजह है कि एक बार फिर नैला नगर पालिका क्षेत्र में नाली और सड़क को लेकर पॉलिटिक्स तेज हो गई है. भारतीय जनता युवा मोर्चा का आरोप है कि सीएमओ और अध्यक्ष ने ठेकेदारों से सांठ गांठ कर यहां स्थिति को और खराब किया है. सीएमओ और अध्यक्ष पर बीजेपी नेताओं ने कमीशनखोरी का आरोप लगाया है. इसके विरोध में भाजयुमो ने विरोध प्रदर्शन किया है.
सड़क के गड्ढे में किया पौधरोपण: भाजयुमो नेताओं ने सड़क के गड्डे में पौधे लगाकर विरोध जताया है. उसके बाद बीजेपी की तरफ से विरोध प्रदर्शन करने वाले पार्षदों को दूध से नहलाया है. पहले भाजयुमो ने बीटीआई चौक से कचहरी चौक तक डीएमफ फण्ड की सड़क को लेकर विरोध जताया. इस सड़क की लागत एक करोड़ 35 लाख रुपये है. इस सड़क को 20 दिनों से खोदकर छोड़ने का आरोप लगाया है. बीजेपी नेताओं का आरोप है कि यह गड्ढे अब जानलेवा हो चुकी है. पार्षद अमित यादव ने गड्ढे में बैठ कर नारेबाजी की.
सीसी रोड भी गड्ढे में हुआ तब्दील: यह विरोध प्रदर्शन यहीं नहीं थमा. बीजेपी पार्षद ने बताया कि कचहरी चौक से नेताजी चौक तक बनी सीसी रोड की भी दुर्दशा हो चुकी है. इसमें कई गड्ढे बन गए हैं. इसलिए यहां हमने बेशरम का पौधा लगाया है. यहां नाली निर्माण के लिए भी डीएमएफ फंड से 60 की स्वीकृति मिली है. लेकिन इस पर काम आगे नहीं बढ़ पा रहा है.
पांच अक्टूबर को होगा नगर पालिका का घेराव: अब इस मामले में पांच अक्टूबर को विरोध प्रदर्शन होगा. बीजेपी नेताओं का कहना है कि करोड़ों के टेंडर निकाले गए. लेकिन काम नहीं हुआ है. ठेकेदार शिवम् कंस्ट्रक्शन को ठेका दिया गया है. लेकिन काम नहीं हो पा रहा है. इस मामले में बीजेपी नेता ठेकेदार पर मनमानी का आरोप लगा रहे हैं. बीजेपी नेताओं का कहना है कि बीटीआई स्कूल के पास एक से डेढ़ फीट गड्ढा कर छोड़ दिया गया है. जिससे हादसे की आशंका बनी हुई है. नगर की चरमराई विद्युत व्यवस्था एवं एक साल से बंद जल आवर्धन योजना को पूरा करने की मांग भी पूरी की गई है. इन सब मामलों में तालाबंदी कर आंदोलन की चेतावनी दी गई है. नगर पालिका के सीएमओ चंदन शर्मा ने नगर की समस्या को जल्द दूर करने की बात कही है.