जांजगीर-चांपा : छत्तीसगढ़ सरकार ने लोगों को जंक फूड से हो रहे शारीरिक नुकसान से बचाने के लिए कई जगहों पर मिलेट्स कैफे की शुरुआत की. मिलेट्स के इस्तेमाल से ना सिर्फ हमारा स्वास्थ्य बढ़िया रहेगा,बल्कि जंक फूड से होने वाली कई तरह की बीमारियों से बचाव भी होगा.ऐसे ही मिलेट्स कैफे की शुरुआत पिछले दिनों डॉ चरणदास महंत ने जांजगीर चांपा में की.इस दौरान उन्होंने अपने साथियों के साथ मिलेट कैफे के लजीज व्यंजन का आनंद भी लिया.इस दौरान बच्चों ने भी मिलेट्स कैफे में छत्तीसगढ़ी व्यंजनों के स्वाद को चखा.
इस दौरान मिलेट्स कैफे में बैठकर डॉ चरणदास महंत ने कोदो से बनीं खीर खाई.साथ ही साथ राम बांधा तालाब के पास बनें इस मिलेट कैफे की छत पर बैठकर तालाब का नजारा लेते हुए पौष्टिक व्यंजनों का आनंद लिया.इस दौरान डॉ चरणदास महंत ने कहा कि आने वाले समय में वो प्रदेश में मिलेट्स की उपयोगिता को और बढ़ाएंगे.
'मिलेट्स के उत्पादन में छत्तीसगढ़ अग्रणी है.आज पूरे विश्व में मिलेट्स की चर्चा है. हमारी सरकार की मंशा है कि हम प्रदेश में मिलेट्स को और भी ज्यादा बढ़ावा दें,ताकि लोग तंदुरुस्त रहे' डॉ चरणदास महंत, विधानसभा अध्यक्ष
पहली बार चखा छत्तीसगढ़ी व्यंजनों का स्वाद: आपको बता दें मिलेट्स कैफे में पहली बार व्यंजनों का स्वाद चखने आए लोगों की भीड़ देखने को मिली.इस दौरान आए एक बच्चे ने बताया कि उसने पहली बार छत्तीसगढ़ी व्यंजन का स्वाद चखा है.जो काफी अच्छा है.वहीं मिलेट्स कैफे में काम करने वाले शेफ मिलन कुमार की माने तो कैफे से 7 से 8 लोगों को रोजगार मिलेगा.साथ ही साथ अच्छी कमाई भी होगी.
''मिलेट्स कैफे में कोदो, कुटकी और रागी जैसे अनाज से अलग-अलग तरह के व्यंजन बनाना सीखा.उसके बाद आय 18 से 20 हजार रुपए तक पहुंच चुकी है. कैफे में 8 से 10 लोगों को रोजगार मिल सकता है.''- मिलन कुमार,शेफ
मिलेट्स कैफे के संचालक दीनानाथ राजपूत ने बताया कि मिलेट्स फूड स्वास्थ्य के लिए लाभदायक हैं. यहां लोगों को स्वादिस्ट व्यंजन के साथ स्वास्थ्यवर्धक खाने का सामान मिलता है. जिससे बीपी, शुगर और कई बीमारियों से छुटकारा मिलेगा.
''मिलेट्स भोजन को पहले मेहनतकश मजदूरों को भोजन माना जाता था. जिसमे लघु वनोपज कोदो, बाजरा, कुटकी, रागी जैसे आनाज शामिल थे. लेकिन शोध में इसका गुण जानने के बाद अब बड़े लोग भी अपने भोजन में शामिल कर लिए हैं.'' दीनानाथ राजपूत,संचालक,मिलेट कैफे
आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ में पारंपरिक फसलों को बढ़ावा देने के साथ इसके स्वाद को लोगों के घरों तक पहुंचाने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार ने मिलेट मिशन योजना की शुरुआत की है. जिसके बाद पूरे प्रदेश में कई जगहों पर मिलेट्स कैफे खुलने लगे हैं.कैफे की मदद से जहां मिलेट्स के उत्पादन और उपयोगत को बढ़ावा मिल रहा है.वहीं दूसरी तरफ हर कैफे में 8 से 10 लोगों को रोजगार भी मिल रहा है.