जांजगीर चांपा: जिला मुख्यालय जांजगीर में संचालित स्वामी आत्मानन्द उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम स्कूल में प्राचार्य की मनमानी का मामला सामने आया है. आरोप है कि प्राचार्य द्वारा शिक्षिका और प्यून स्टॉफ प्रताड़ित है. इतना ही नहीं प्राचार्य चक्रपाल तिवारी द्वारा जिले के उच्च अधिकारियों द्वारा भी कार्रवाई नहीं कर पाने का धौंस जमाया जाता है. लगातार हो रही शिकायत और आदेश के बाद जिला शिक्षा अधिकारी ने प्राचार्य चक्रपाल तिवारी को नोटिस जारी कर 24 जुलाई तक जवाब देने को कहा है.
क्या है पूरा मामला: जांजगीर चाम्पा जिले में संचालित स्वामी आत्मानन्द उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम स्कूल विवादों मे घिर गया है. यहां के प्राचार्य चक्रपाल तिवारी की मनमानी और तानाशाही रवैया से स्कूल के स्टॉफ ही नहीं अब जिला शिक्षा अधिकारी भी परेशान हो गए हैं. प्राचार्य के खिलाफ लगातार आ रही शिकायत को जिला शिक्षा अधिकारी ने कई बार संज्ञान मे लिया. प्राचार्य को आपसी सामंजस्य के साथ शिक्षा व्यवस्था को संचालित करने के निर्देश दिए. इसके बाद भी प्राचार्य की मनमानी नहीं रुक रही है.
छत्तीसगढ़ ओलम्पिक का सामान गायब: स्वामी आत्मानन्द उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम स्कूल के कुछ कमरों में पाठ्य पुस्तक निगम की पुस्तकें रखे गए थे. राजीव युवा मितान क्लब के खेल सामग्री भी यहां रखे गए थे. लेकिन प्राचार्य चक्रपाल तिवारी ने किसी को सूचना दिए बिना सभी कमरे खाली करा दिए. कमरे में रखे सामग्री के विषय में जानकारी तक नहीं दे रहे हैं. मामले की शिकायत राजीव युवा मितान के सदस्यों ने खेल अधिकारी और जिला शिक्षा अधिकारी से की. मामले की जानकारी कलेक्टर तक भी पहुंची.
कलेक्टर तक पहुंचा मामला: कलेक्टर से शिकायत के बाद जिला शिक्षा अधिकारी ने प्राचार्य को नोटिस जारी किया है. जिला शिक्षा अधिकारी ने प्राचार्य को 24 जुलाई तक खुद उपस्थित होकर जवाब पेश करने के निर्देश दिए हैं. जिला शिक्षा अधिकारी ने प्राचार्य के इस कृत्य को छत्तीसगढ़ सिविल सेवा आचरण नियम के विरुद्ध माना है.
प्राचार्य के खिलाफ कलेक्टर से की थी शिकायत: स्कूल की शिक्षिका ने 4 जुलाई को जिला शिक्षा अधिकारी और कलेक्टर से प्राचार्य चक्रपाल तिवारी के खिलाफ शिकायत की थी. प्राचार्य चक्रपाल तिवारी द्वारा मानसिक प्रताड़ना करने का लिखित शिकायत किया गया. वहीं स्कूल के 7 स्टॉफ ने एक साथ प्राचार्य के खिलाफ 13 जुलाई को कलेक्टर से शिकायत की. जिसमें उन्होंने प्राचार्य द्वारा नौकरी से निकालने की धमकी देने, भृत्य चौकीदार की छुट्टी निरस्त करने के साथ अन्य कई बिन्दुओं मे शिकायत की है.