जांजगीर चांपा: जिले में गलत शपथ पत्र देकर सरपंच चुनाव जीत गांव विकास के लिए स्वीकृत राशि का गबन करने वाली हेडसपुर सरपंच के खिलाफ गांव के पंच एकजुट हो गए हैं. उसके हर षड्यंत्र को रोकने के लिए अधिकारियों को किसी भी कार्य के लिए राशि स्वीकृत नहीं करने के लिए निवेदन करने में जुटे हैं. हेडसपुर की महिला सरपंच शशिदेवी चौहान के कारनामा का एसडीएम की जांच में खुलासा भी हो गया है.
वहीं, एसडीएम न्यायालय में सरपंच हटाने की प्रक्रिया जारी है. ऐसे में सरपंच और पूर्व सचिव ने पंचायत की राशि निकालने की तैयारी में हैं. ग्राम सभा में प्रस्ताव पास कराने की कोशिश की जा रही है. हालाकि सभा में उपस्थित अधिकांश पंचों ने प्रस्ताव का विरोध किया. बलौदा जनपद पंचायत के सीईओ को ज्ञापन देकर सरपंच के षडयंत्र की जानकारी दी है.
दरअसल, बलौदा ब्लॉक के हेडसपुर गांव में इन दिनों महिला सरपंच शशि बाई चौहान के खिलाफ पंचों ने मोर्चा खोल दिया है. महिला सरपंच की मनमानी और भ्रष्टाचार से ग्रामीणों के साथ-साथ पंच भी परेशान है. ग्रामीण और पंचों ने बताया कि चुनाव लड़ने को शशि बाई चौहान ने धोखाधड़ी और गलत शपथ पत्र का सहारा लेकर चुनाव आयोग को गलत जानकारी दी है. चुनाव जीतने के बाद गांव के विकास के नाम पर स्वीकृत लाखों रुपए की राशि गबन कर की गई है. निर्माण कार्य भी नहीं कराया गया है. सरपंच के इस तरह के गतिविधि को रोकने के लिए ग्रामीणों ने एसडीएम से शिकायत की और जांच में सरपंच को दोषी पाया गया. इसके बाद धारा 40 के तहत सरपंच को हटाने की प्रक्रिया जारी है.
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ग्रामीण और पंचों के मुताबिक सरपंच शशि बाई चौहान की गड़बड़ी का खुलासा हो चुका है. धारा 40 के तहत हो रही कार्रवाई से सरपंच बौखला गई है. आनन-फानन में ग्राम पंचायत की मीटिंग बुलाई गई. पूर्व सचिव और अपने हस्ताक्षर से बाउंड्री वॉल, बोर के साथ कई काम करने के लिए जनपद पंचायत से पैसा निकालने का प्रस्ताव रखा, ग्राम सभा में उपस्थित पंचों में इसका विरोध किया. पंचों ने कहा कि सरपंच पहले भी ग्राम विकास के लिए आए राशि का गबन कर चुकी है. गांव में नए सचिव की पदस्थापना होने के बाद भी पूर्व सचिव और सरपंच के ज्वाइंट हस्ताक्षर से राशि निकलने का षड्यंत्र कर रही है. जिसे रोकने के लिए जनपद पंचायत बलौदा के सीईओ को मामले की जानकारी दी गई है.
बलौदा जनपद में सीईओ से मुलाकात करने पहुंचे ग्रामीण और पंचों की शिकायत की जानकारी मिलने पर सरपंच भी अपने पति और सचिव के साथ जनपद कार्यालय पहुंची. लेकिन मीडिया के सामने कुछ कहने से इंकार कर दिया.