जांजगीर चांपाः जिले के सक्ती नगर पालिका (Sakti Municipality) क्षेत्र में कई नेता और जनप्रतिनिधियों की लापरवाही देखने को मिल रही है. कोरोना की तीसरी लहर (third wave of corona) के बढ़ते कदमों को देखने के बावजूद भी क्षेत्र में मेला जैसे आयोजन के लिए जोर दिया जा रहा है. सक्ती रौताही मेला (Sakti Rautahi Fair) का आयोजन कोरोना को देखते हुए निरस्त कर दिया गया था.
सक्ती नगर पालिका के सीएमओ ने कुछ दिन पूर्व आयोजन समिति को नोटिस (notice to organizing committee) जारी कर सक्ती के बुधवारी बाजार ग्राउंड (Budhwari Bazaar Ground) से सारा सामान हटाने के लिए आदेशित किया था.
मगर इस नोटिस का पालन करने के बजाए धड़ल्ले से मेला आयोजन की तैयारी (Fair event preparation) की जा रही है. वहीं, इस आयोजन को लेकर नगर पालिका के नेता प्रतिपक्ष ने भी विरोध दर्ज किया है. सक्ती के कई नेता फिर कमाई की लालच में सक्ती में मेला आयोजन पर जोर दे रहे हैं.
बीजापुर में सहायक आरक्षकों का आंदोलन खत्म
एसडीएम और कलेक्टर के पास जोर आजमाइश
इस मामले में सीएमओ से अनुमति नहीं मिलने पर अब यह नेता एसडीएम और कलेक्टर के पास भी जोर आजमाइश कर रहे हैं. मगर बड़ा सवाल यह है कि अगर पूर्व की भांति कोरोना ने अपना कहर बरपाया ओर मेले के आयोजन से अगर लोग संक्रमित हुए तो उसका जिम्मेदार कौन होगा? हालांकि जिले के अधिकारी इस मामले में अनुमति देने से बच रहे हैं. क्योंकि कोरोना की तीसरी लहर को लेकर केंद्र से भी गाइडलाइन जारी किया गया है. ऐसे में अधिकारियों का मेला के लिए अनुमति देना केंद्र के आदेश की अवहेलना करना होगा.