जांजगीर-चांपा: छत्तीसगढ़ को कुपोषण से मुक्त कराने के लिए राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान की शुरुआत की थी. इसमें पूरे छत्तीसगढ़ को कुपोषण से मुक्त कराने के लिए प्रशासन की ओर से गांव-गांव जाकर लोगों को कुपोषण से मुक्त कराने का काम किया जा रहा है.
योजना के तहत जांजगीर चांपा के 630 स्वास्थ्य केंद्रों में हीमोग्लोबिन टेस्ट अभियान चलाया जा रहा है. इसमें नवजात से 5 साल तक के बच्चे और 15 से 49 साल की महिलाओं का हीमोग्लोबिन टेस्ट किया जा रहा है. इसकी शुरुआत 10 फरवरी यानी आज से की जा रही है.
हीमोग्लोबिन टेस्ट योजना में सभी स्तर के स्वास्थ्य केंद्रों में लोगों के खून की जांच की जाएगी. इससे स्वास्थ्य उपचार में डॉक्टरों को मदद मिलेगी.
कुपोषण को दूर भगाना है उद्देश्य
ग्रामीण इलाकों में कुपोषण के शिकार लोगों के लिए प्रशासन यह अभियान चला रहा है, जिससे यह जानकारी मिल सके कि कौन-कौन कुपोषित है. इस जांच के बाद उन कमजोर लोगों को सुपोषण आहार दिया जाएगा.
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इस अभियान के लिए पूरा जिला प्रशासन सक्रिय है. इसी के तहत सोमवार को जिला कलेक्टर और जिला पंचायत CEO ने तिलाई गांव में हीमोग्लोबिन टेस्ट अभियान का जायजा लिया.