जांजगीर-चांपा: सरकार गांवों और शहरों में चमचमाती पक्की सड़क बनाने की बात करती रहती है, लेकिन यहां सब इसके उलट साबित हो रहा है. मेनरोड गोबरा से फरसवानी, छोटे सीपत, बड़े सीपत, मुख्य मार्ग तक 13 किलोमीटर सड़क की हालत जर्जर है. शासन और प्रशासन इसे लेकर गंभीर नजर नहीं आ रहे हैं.
चंद्रपुर विधानसभा क्षेत्र को जोड़ने वाली प्रमुख सड़क की हालत खराब हो चुकी है. इस मार्ग से अधिकांश गांवों के ग्रामीणों का संपर्क होता है. इस सड़क से सक्ती, कोरबा, खरसिया के लिए बस चलती है, लेकिन सड़कें खराब होने के कारण सफर में कई घंटे लग जाते हैं. बीच-बीच में हो रही बेमौसम बारिश से ये रोड कीचड़ से सन जाती है. आम नागरिकों का सड़क पर चलना मुश्किल होता है. गोबरा से फरसवानी होते हुए बेल्हाडीह नगर सड़क मेनरोड, बड़े सीपत और छोटे सीपत से सक्ती मार्ग को जोड़ती है. यह मार्ग ब्लॉक मालखरौदा और डभरा की मुख्य सड़क है. इसके बाद भी 10 सालों से इसकी हालत जर्जर है.
जर्जर सड़क से ग्रामीण परेशान
सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे हो चुके हैं, जो जानलेवा साबित हो रहे हैं. राहगीरों का सड़क पर मोटरसाइकिल चलाना मुश्किल है. लोग जान जोखिम में डालकर पैदल चलते हैं. ब्लॉक डभरा के गोबरा फरसवानी से छोटे सीपत सड़क पर हर रोज भारी वाहनों का आना-जाना लगा रहा है. सड़क मार्ग खराब होने और कीचड़ होने से खासकर स्कूली छात्र-छात्राओं को स्कूल आने में परेशानी होती है.
नहीं हो रहा मरम्मत और डामरीकरण
ग्रामवासी और आस-पास के गांव के ग्रामीणों द्वारा चक्काजाम और कई बार आंदोलन किया जा चुका है. इसके बाद भी लोक निर्माण विभाग के आला अफसर सड़क मरम्मत और डामरीकरण करने पर ध्यान नहीं दे रहे हैं.
बनी रहती है दुर्घटना की संभावना
सड़क मार्ग खराब होने से सीरियस मरीजों और गर्भवती महिलाओं को अस्पताल पहुंचाने में घंटों लग जाते हैं और परेशानियों का सामना करना पड़ता है. दोपहिया वाहन चालकों को आने जाने में दुर्घटना होने की संभावना बनी रहती है. इस सड़क मार्ग पर कई सड़क हादसे हो चुके हैं. इसके बाद भी शासन-प्रशासन और लोक निर्माण विभाग गंभीर नहीं है, उदासीन है.