सक्ती : महिला समूह के अध्यक्ष सुमित्रा रात्रे का कहना है कि '' खाद्य निरीक्षक सुनेत जायसवाल ग्राम ओडेकेरा के पीडीएस दुकान संचालक संतोष चंद्र के माध्यम से उन्हें पिसौद गांव का पीडीएस दुकान दिलाने की बात कही थी. जिसके एवज में 2 लाख की मांग की गई थी. दोनों के बीच 1 लाख में समझौता हुआ. सभी समूह की महिलाओं ने मिलकर एक लाख रुपए पीडीएस दुकान संचालक संतोष चंद्र के हाथों खाद्य निरीक्षक सुनेत जायसवाल को दिया .वहीं पैसे लेने के बाद भी गांव का पीडीएस दुकान दूसरे समूह को दे दिया गया. जिसके बाद सरगम महिला स्व सहायता समूह ने इसकी शिकायत कलेक्टर से की है.''
दो पन्नों का शिकायती पत्र : महिला समूह ने सक्ती कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर अपने साथ हुए धोखे की दो पन्ने की शिकायत कलेक्टर से की है. जिसमें उन्होंने लिखा है कि '' सक्ती जिले के जैजैपुर विकाशखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत पिसौद के शासकीय राशन दुकान संचालन के लिए दिनाक 19 दिसंबर 2022 को विज्ञप्ति जारी की गई. जिस को देख कर सरगम महिला स्व सहायता समूह की महिलाओं ने दुकान संचालन के लिए फॉर्म भरे. जिसके बाद खाद्य निरीक्षक सुनेत जायसवाल और ओडकेरा, बरदुली शासकीय दुकान संचालक संतोष चंद्रा दोनों ने समूह से सम्पर्क किया.
पीडीएस दुकान के नाम पर पैसे मांगने का आरोप : शासकीय राशन दुकान (पीडीएस )संचालन की अनुमति दिलाने 2 लाख रुपए की मांग की गई. महिला समूह ने इतनी बड़ी राशि दे पाने में असमर्थता जाहिर की. जिस पर खाद्य निरीक्षक ने कम से कम 1 लाख रुपये देने पर शासकीय राशन दुकान (पीडीएस )संचालन की अनुमति दिलाने प्रलोभन दिया. जिस पर सहमति बनी और खाद्य निरीक्षक को एक लाख देने हामी भर दी गई. 20 दिसंबर को संतोष चंद्रा समूह की महिलाओं को कहा गया कि खाद्य निरीक्षक ने पेमेंट लेकर बुलाया है. तब समूह अध्यक्ष सचिव और एक सदस्य साथ मे संतोष चंद्रा करके गुंजियाबोर हसौद के मध्य बने पुल के पास पहुंचे.
खाद्य निरीक्षक पर पैसे लेने का आरोप : महिलाओं की मानें तो '' यहां खाद्य निरीक्षक सुनेत जायसवाल पहले से मौजूद थे. पुल के पास ही खाद्य निरीक्षक ने समूह के लोगों से एप्लिकेशन में हस्ताक्षर करवाया. महिला समूह को झूठा विश्वास दिलाया कि अब आप लोगों को ही पीडीएस संचालन की जिम्मेदारी मिलेगी. जिस पर समूह के लोग 1लाख नकद खाद्य निरीक्षक को देने संतोष चंद्रा को दिया. महिला समूह के सामने ही राशि को संतोष चंद्रा ने खाद्य निरीक्षक को दिया. जिसके बाद सब पुल से घर वापस आ गये.
किसी और समूह को दिया गया काम : कुछ दिन बाद समूह अध्यक्ष सुमित्रा रात्रे ने खाद्य निरीक्षक को कॉल किया तो उसका नंबर ब्लैक लिस्ट में रख दिया था. तब महिलाओं ने संतोष चंद्रा को कॉल किया तो उसने कहा की पीडीएस संचालन का आदेश आने तक खाद्य निरीक्षक को कॉल मत करना क्योंकि आदेश 30 जनवरी तक आएगा. यह कह कर समूह को धोखे में रखा. 31जनवरी को पता चला कि पिसौद के आश्रित ग्राम बरकेल खुर्द की जय मां दुर्गा समूह से ज्यादा रकम लेकर ग्राम पंचायत पिसौद के पीडीएस संचालन की जिम्मेदारी दे दी गई है.
ये भी पढ़ें- जांजगीर चांपा में पार्षद ने किया नाली सत्याग्रह
महिलाओं को अब पैसों के लिए घुमा रहे निरीक्षक : उसी दौरान पता चला कि ग्राम पंचायत ओडेकेरा के चंद्रा भवन में 31 जनवरी को पीडीएस दुकान वालों का खाद्य निरीक्षक मीटिंग ले रहा था. तब समूह की अध्यक्ष चंद्रा भवन पहुंचकर खाद्य निरीक्षक और संतोष चंद्रा से दिया गया पैसा वापस मांगा गया.तब दोनों ने 10 फरवरी तक पैसा वापस करने की बात कही. 09 फरवरी को समूह अध्यक्ष के पर्सनल खाते में संतोष चंद्रा ने 10 हजार वापस किया. बाकी राशि की मांग करने पर अब महिलाओं को घुमाया जा रहा है.'' वहीं इस मामले में खाद्य निरीक्षक सुनेत जायसवाल का कहना है कि इन महिलाओं को मैं जानता ही नहीं हूं,मुझ पर लगे सारे आरोप गलत हैं.