जांजगीर-चांपा: जम्मू-कश्मीर के पुलवामा के पास काकपूरा थाने क्षेत्र में आतंकवादी हमले में मारे गए जांजगीर-चांपा के मजदूर सेठीराम सागर के परिजन ने सुरक्षा को लेकर चिंता जताई है. मृतक की पत्नी और इकलौती बच्ची के भविष्य को लेकर सरकारी नौकरी और मुआवजे की मांग की है. जिले के बंसुला गांव में रहने वाले मृतक सेठीराम के पिता कन्हैया ने जांजगीर SP से मांग की है कि, 'श्रीनगर पुलवामा के काकपुरा थाने क्षेत्र में रहने वाले उनके परिजनों को मदद दी जाए.'
काकपूरा थाने क्षेत्र में फंसा हुआ है पूरा परिवार
आतंकी हमले में कन्हैया के पुत्र सेठीराम सागर की मौत हो गई थी. इस घटना के बाद कन्हैया का पूरा परिवार अभी भी काकपूरा क्षेत्र में फंसा हुआ है. परिजनों से बात करने पर पता चला कि कन्हैया के 4 बेटों में 3 बेटे और एक बेटी का परिवार वहां रहकर काकपुरा के ईंट भट्ठे में काम करता है. इनके साथ कन्हैया की पत्नी भी रहती हैं. कन्हैया अकेले गांव में रह रहा है.
सेठिराम को हॉस्पिटल ले जाते वक्त हुई घटना
मृतक सेठीराम के चाचा रामचरण ने बताया कि, सेठिराम की तबीयत खराब होने पर उसे हॉस्पिटल ले जाया जा रहा था तभी आतंकी हमला हुआ और गोली लगने से सेठीराम की मौके पर ही मौत हो गई. इस घटना के बाद गांव में अकेले रह रहे मृतक के पिता कन्हैया को अपने बेटे, बीवी, बच्चों और बेटी के परिवार के सदस्यों की सुरक्षा की चिंता है.
इस संबंध में मीडिया द्वारा मृतक के पिता से बात करने पर वह बोल नहीं पाए. मृतक के चाचा रामचरण ने बताया कि, उन्हें पुलिस से भतीजे की मौत की सूचना मिली, लेकिन उनकी सकुशल वापसी या उनके भविष्य को लेकर मदद पर अभी तक कोई जानकारी नहीं मिल पाई है. यही कारण है कि उन्होंने जिला पुलिस अधीक्षक से मदद की गुहार लगाई है. इधर पुलिस ने केवल घटना की जानकारी दी है आगे की कार्रवाई को लेकर फिलहाल जांजगीर पुलिस प्रशासन जम्मू-कश्मीर पुलिस से संपर्क बनाने में लगी हैं.