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जांजगीर-चांपा में मंडराने लगा कोरोना का खतरा, हर दिन मिल रहे 20 से ज्यादा नए मरीज

छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले में कोरोना(Corona in Janjgir-Champa) के मामले बढ़ते जा रहे हैं. हर दिन जिले में 20 से ज्यादा नए पॉजिटिव मरीजों की पहचान हो रही है. लगातार बढ़ते मरीजों की संख्या ने जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को चिंता में डाल दिया है.

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जांजगीर-चांपा में कोरोना
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Published : Jul 22, 2021, 10:54 PM IST

जांजगीर-चांपा : छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण की रफ्तार धीमी हो गई है. लगातार कम होते मरीजों की संख्या को देखते हुए प्रशासन ने भी कई सेवाओं में छूट देना शुरू कर दिया है, लेकिन पिछले कुछ दिनों से जांजगीर-चांपा प्रशासन अलर्ट(Janjgir Champa Administration on alert) मोड पर आ गया है. लगभग 10 दिनों से जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ने लगी है. लगातार बढ़ते संक्रमितों की संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग(Health Department Janjgir Champa) के कान खड़े हो गए हैं. इस बीच ये सवाल जरूर उठ रहा है कि कहीं कोरोना संक्रमितों की बढ़ती संख्या तीसरी लहर की ओर तो इशारा नहीं कर रही. हालांकि इस संबंध में जिला कलेक्टर अपने दावे और प्रबंधन के प्रति आश्वस्त हैं.

फिर बढ़ने लगा कोरोना

जांजगीर-चांपा जिले में अभी तक कुल कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या तकरीबन 300 है. फिलहाल प्रदेश में ऐसे 3 जिले हैं जहां कोरोना संक्रमितों की संख्या सबसे अधिक है. जांजगीर-चांपा जिले के अलावा प्रदेश के वनांचल क्षेत्र सुकमा और बीजापुर में भी कोरोना संक्रमितों की संख्या में इजाफा हुआ है. राजधानी रायपुर और बिलासपुर में फिलहाल मरीजों की संख्या कम है.

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प्रदेश में सुकमा और बीजापुर वनांचल क्षेत्र हैं. जबकि जांजगीर-चांपा जिला पूरी तरीके से मैदानी है. प्रदेश में सबसे अधिक मरीज जांजगीर-चांपा जिले से आ रहे हैं. 25 से 30 मरीज हर दिन मिल रहे हैं. कोरोना के बढ़ते मरीजों को लेकर आम जनता के साथ ही प्रशासन भी चिंता में है. स्वास्थ्य विभाग को इसे लेकर अलर्ट कर दिया गया है. इस मामले में कलेक्टर का कहना है कि बड़ा जिला होने की वजह से संक्रमितों की संख्या ज्यादा है. जिले के बीच में ही ट्रेन रूट भी है इस वजह से आवाजाही लगा हुआ है.

टेस्टिंग, ट्रेसिंग,ट्रीटमेंट के अलावा वैक्सीनेशन व जागरूकता

जिला कलेक्टर जितेंद्र कुमार शुक्ला ने बताया कि कोरोना वायरस के मामलों को लेकर उन्होंने संबंधित विभागों की आवश्यक मीटिंग रखी थी. जिसमें न केवल टेस्टिंग पर बल दिया जा रहा है बल्कि ट्रेसिंग और ट्रीटमेंट पर भी विशेष जोर दिया जा रहा है. जांजगीर-चांपा जिले में वैक्सीनेशन को लेकर विशेष प्रयास किए जा रहे हैं. हालांकि वैक्सीन की उपलब्धता कम होने की बात पर उन्होंने कुछ भी कहने के बजाय जो भी वैक्सीन उपलब्ध हो रहा है उसे पूरी तरीके से रोज वैक्सीनेट किए जाने की बात कही. जिले में रोज तकरीबन 9 से 10 हजार लोगों को वैक्सीनेट किया जा रहा है.

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वैक्सिंग की उपलब्धता को लेकर सवाल

जांजगीर-चांपा जिले में वैक्सीन की उपलब्धता को लेकर बड़ा सवाल खड़ा हो रहा है. बड़ा जिला होने के बावजूद वैक्सीन की जो मांग स्वास्थ्य विभाग कर रहा है उसकी पूर्ति नहीं हो पा रही है. अन्य जिलों के मुकाबले जांजगीर-चांपा में वैक्सीन पर्याप्त नहीं है. सीएमएचओ डॉ एसआर बंजारे से फोन पर बात की तो उन्होंने बताया कि पिछले कुछ दिनों से वैक्सीन की आपूर्ति बढ़ी है. एक सप्ताह पहले 8 हजार 500 वैक्सीन की मांग स्वास्थ्य विभाग से की गई थी, लेकिन केवल 3 हजार 500 वैक्सीन भेजे गए थे. जबकि पिछले कुद दिनों से वैक्सीन की आपूर्ति बढ़ गई है. अभी की स्थिति में 9 हजार वैक्सीन उपलब्ध है.

टेस्टिंग को लेकर कलेक्टर के निर्देश

कलेक्टर जितेंद्र कुमार शुक्ला ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग को जिले में कम से कम 2500 टेस्टिंग किए जाने के निर्देश दिए गए हैं. जिले में 9 विकासखंड है. ऐसे में सभी विकासखंडों में प्रतिदिन 250 से अधिक कोरोना टेस्टिंग पर बल दिया जा रहा है. फिलहाल एंटीजन टेस्टिंग पूरे जिले में की जा रही है, जिसकी रिपोर्ट तुरंत आ जाती है. इसके अलावा जिला मुख्यालय में ट्रू नॉट टेस्टिंग सुविधा भी उपलब्ध है. जिनकी टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आती है, उनकी रिपोर्ट आरटी पीसीआर टेस्ट के लिए भी भेजा जाता है.

रिपोर्ट आने में काफी दिन लगते हैं. ऐसी स्थिति में आरटी पीसीआर लैब की स्थापना को लेकर भी स्वास्थ्य विभाग गंभीर नजर नहीं आ रहा है. 4 महीने पहले rt-pcr लैब की स्थापना हो जानी चाहिए थी, लेकिन किन्ही कारणों से अब तक यह लैब शुरू नहीं हो पाया है. इस मामले में स्वास्थ्य विभाग का कहना है आवश्यक उपकरण कि आपूर्ति होते ही लैब को शुरू कर दिया जाएगा.

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स्वास्थ्य सुविधाएं पहले से बेहतर

सिविल सर्जन डॉ अनिल जगत की मानें तो स्वास्थ सुविधाएं पहले की अपेक्षा काफी बढ़ चुक है. उन्होंने बताया कि वेंटिलेटर और ऑक्सीजन की सुविधा भी बढ़ी है. आने वाले दिनों में ऑक्सीजन की आपूर्ति और भी पुख्ता हो जाएगा. वेंटिलेटर की संख्या में भी बढ़ोतरी की जाएगी. जिले में 15 स्थानों पर कोरोना मरीजों के लिए बेड उपलब्ध है. जिले में 1293 बेड उपलब्ध हैं, जिसमें से 1286 बेड मरीजों के लिए खाली है.


कोरोना के आंकड़े

जांजगीर-चांपा में बुधवार को 22 नए कोरोना पॉजिटिव मरीजों की पहचान हुई है. जिले में एक्टिव केस की संख्या 301 हो गई है. बुधवार को 2 लोगों ने कोरोना की वजह से दम तोड़ दिया. रायपुर की बात करें तो 15 नए कोरोना पॉजिटिव मरीजों की पहचान हुई है. जिले में एक्टिव केस की संख्या 194 है. जबकि बिलासपुर में एक्टिव केस की संख्या 147 है.

जांजगीर-चांपा : छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण की रफ्तार धीमी हो गई है. लगातार कम होते मरीजों की संख्या को देखते हुए प्रशासन ने भी कई सेवाओं में छूट देना शुरू कर दिया है, लेकिन पिछले कुछ दिनों से जांजगीर-चांपा प्रशासन अलर्ट(Janjgir Champa Administration on alert) मोड पर आ गया है. लगभग 10 दिनों से जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ने लगी है. लगातार बढ़ते संक्रमितों की संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग(Health Department Janjgir Champa) के कान खड़े हो गए हैं. इस बीच ये सवाल जरूर उठ रहा है कि कहीं कोरोना संक्रमितों की बढ़ती संख्या तीसरी लहर की ओर तो इशारा नहीं कर रही. हालांकि इस संबंध में जिला कलेक्टर अपने दावे और प्रबंधन के प्रति आश्वस्त हैं.

फिर बढ़ने लगा कोरोना

जांजगीर-चांपा जिले में अभी तक कुल कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या तकरीबन 300 है. फिलहाल प्रदेश में ऐसे 3 जिले हैं जहां कोरोना संक्रमितों की संख्या सबसे अधिक है. जांजगीर-चांपा जिले के अलावा प्रदेश के वनांचल क्षेत्र सुकमा और बीजापुर में भी कोरोना संक्रमितों की संख्या में इजाफा हुआ है. राजधानी रायपुर और बिलासपुर में फिलहाल मरीजों की संख्या कम है.

छत्तीसगढ़ में ऑडिट के विकल्प पर विचार, ऑक्सीजन की कमी से मौत मामले में टीएस सिंहदेव का बड़ा बयान

प्रदेश में सुकमा और बीजापुर वनांचल क्षेत्र हैं. जबकि जांजगीर-चांपा जिला पूरी तरीके से मैदानी है. प्रदेश में सबसे अधिक मरीज जांजगीर-चांपा जिले से आ रहे हैं. 25 से 30 मरीज हर दिन मिल रहे हैं. कोरोना के बढ़ते मरीजों को लेकर आम जनता के साथ ही प्रशासन भी चिंता में है. स्वास्थ्य विभाग को इसे लेकर अलर्ट कर दिया गया है. इस मामले में कलेक्टर का कहना है कि बड़ा जिला होने की वजह से संक्रमितों की संख्या ज्यादा है. जिले के बीच में ही ट्रेन रूट भी है इस वजह से आवाजाही लगा हुआ है.

टेस्टिंग, ट्रेसिंग,ट्रीटमेंट के अलावा वैक्सीनेशन व जागरूकता

जिला कलेक्टर जितेंद्र कुमार शुक्ला ने बताया कि कोरोना वायरस के मामलों को लेकर उन्होंने संबंधित विभागों की आवश्यक मीटिंग रखी थी. जिसमें न केवल टेस्टिंग पर बल दिया जा रहा है बल्कि ट्रेसिंग और ट्रीटमेंट पर भी विशेष जोर दिया जा रहा है. जांजगीर-चांपा जिले में वैक्सीनेशन को लेकर विशेष प्रयास किए जा रहे हैं. हालांकि वैक्सीन की उपलब्धता कम होने की बात पर उन्होंने कुछ भी कहने के बजाय जो भी वैक्सीन उपलब्ध हो रहा है उसे पूरी तरीके से रोज वैक्सीनेट किए जाने की बात कही. जिले में रोज तकरीबन 9 से 10 हजार लोगों को वैक्सीनेट किया जा रहा है.

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वैक्सिंग की उपलब्धता को लेकर सवाल

जांजगीर-चांपा जिले में वैक्सीन की उपलब्धता को लेकर बड़ा सवाल खड़ा हो रहा है. बड़ा जिला होने के बावजूद वैक्सीन की जो मांग स्वास्थ्य विभाग कर रहा है उसकी पूर्ति नहीं हो पा रही है. अन्य जिलों के मुकाबले जांजगीर-चांपा में वैक्सीन पर्याप्त नहीं है. सीएमएचओ डॉ एसआर बंजारे से फोन पर बात की तो उन्होंने बताया कि पिछले कुछ दिनों से वैक्सीन की आपूर्ति बढ़ी है. एक सप्ताह पहले 8 हजार 500 वैक्सीन की मांग स्वास्थ्य विभाग से की गई थी, लेकिन केवल 3 हजार 500 वैक्सीन भेजे गए थे. जबकि पिछले कुद दिनों से वैक्सीन की आपूर्ति बढ़ गई है. अभी की स्थिति में 9 हजार वैक्सीन उपलब्ध है.

टेस्टिंग को लेकर कलेक्टर के निर्देश

कलेक्टर जितेंद्र कुमार शुक्ला ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग को जिले में कम से कम 2500 टेस्टिंग किए जाने के निर्देश दिए गए हैं. जिले में 9 विकासखंड है. ऐसे में सभी विकासखंडों में प्रतिदिन 250 से अधिक कोरोना टेस्टिंग पर बल दिया जा रहा है. फिलहाल एंटीजन टेस्टिंग पूरे जिले में की जा रही है, जिसकी रिपोर्ट तुरंत आ जाती है. इसके अलावा जिला मुख्यालय में ट्रू नॉट टेस्टिंग सुविधा भी उपलब्ध है. जिनकी टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आती है, उनकी रिपोर्ट आरटी पीसीआर टेस्ट के लिए भी भेजा जाता है.

रिपोर्ट आने में काफी दिन लगते हैं. ऐसी स्थिति में आरटी पीसीआर लैब की स्थापना को लेकर भी स्वास्थ्य विभाग गंभीर नजर नहीं आ रहा है. 4 महीने पहले rt-pcr लैब की स्थापना हो जानी चाहिए थी, लेकिन किन्ही कारणों से अब तक यह लैब शुरू नहीं हो पाया है. इस मामले में स्वास्थ्य विभाग का कहना है आवश्यक उपकरण कि आपूर्ति होते ही लैब को शुरू कर दिया जाएगा.

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स्वास्थ्य सुविधाएं पहले से बेहतर

सिविल सर्जन डॉ अनिल जगत की मानें तो स्वास्थ सुविधाएं पहले की अपेक्षा काफी बढ़ चुक है. उन्होंने बताया कि वेंटिलेटर और ऑक्सीजन की सुविधा भी बढ़ी है. आने वाले दिनों में ऑक्सीजन की आपूर्ति और भी पुख्ता हो जाएगा. वेंटिलेटर की संख्या में भी बढ़ोतरी की जाएगी. जिले में 15 स्थानों पर कोरोना मरीजों के लिए बेड उपलब्ध है. जिले में 1293 बेड उपलब्ध हैं, जिसमें से 1286 बेड मरीजों के लिए खाली है.


कोरोना के आंकड़े

जांजगीर-चांपा में बुधवार को 22 नए कोरोना पॉजिटिव मरीजों की पहचान हुई है. जिले में एक्टिव केस की संख्या 301 हो गई है. बुधवार को 2 लोगों ने कोरोना की वजह से दम तोड़ दिया. रायपुर की बात करें तो 15 नए कोरोना पॉजिटिव मरीजों की पहचान हुई है. जिले में एक्टिव केस की संख्या 194 है. जबकि बिलासपुर में एक्टिव केस की संख्या 147 है.

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