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महासमुंद: टीचर नहीं मिला, तो बच्चों ने कर दिया स्कूल का बहिष्कार - स्कूल का बहिष्कार महासमुंद

बागबाहरा विकासखंड के शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला भदरसी से सामने आया है. जहां एक टीचर को हटाने और दो टीचरों की पदस्थापना की मांग को लेकर छात्र-छात्राओं ने कर दिया है और पालक बच्चों को स्कूल के बाहर पेड़ के नीचे पढ़ा रहे हैं.

टीचर की मांग को लेकर बच्चों ने किया स्कूल का बहिष्कार
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Published : Sep 18, 2019, 9:51 PM IST

Updated : Sep 18, 2019, 10:32 PM IST

महासमुंद: 'स्कूल आ पढे बर, जिनगी ला गढ़े बर' इस स्लोगन से शिक्षा विभाग नौनिहालों के भविष्य गढ़ने का दावा करता है, लेकिन इस बीच शिक्षा विभाग की जमीनी हकीकत कुछ और ही है. आए दिन कई स्कूलों में टीचरों की कमी, तो कहीं शिक्षक हटाने की मांग को लेकर स्कूली बच्चे और उनके पालक स्कूल का बहिष्कार करते रहते हैं.

बच्चों ने स्कूल का बहिष्कार किया.

ऐसा ही मामला बागबाहरा विकासखंड के शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला भदरसी से सामने आया है. जहां एक टीचर को हटाने और दो टीचरों की पदस्थापना की मांग को लेकर छात्र-छात्राओं ने कर दिया है और पालक बच्चों को स्कूल के बाहर पेड़ के नीचे पढ़ा रहे हैं.

65 छात्र-छात्राओं की प्रभावित हो रही है पढ़ाई
इस स्कूल में कक्षा 6वीं से लेकर 8वीं तक के 65 छात्र-छात्राएं पढ़ाई करते हैं. शिक्षा विभाग ने इस स्कूल में चार शिक्षकों की नियुक्ति हुई है. इन चारों में से एक शिक्षक पर बच्चों के साथ सही व्यवहार नहीं करने की वजह से उस शिक्षक को व्यवस्था के तौर दूसरे स्कूल में भेज दिया गया. इस तरह से इस स्कूल में तीन ही शिक्षक बचे.

नहीं है विज्ञान और अंग्रजी के शिक्षक
इन तीन शिक्षकों के पदस्थ होने के बावजूद स्कूल में विज्ञान और अंग्रेजी के शिक्षक नहीं हैं और जिस टीचर को दूसरे स्कूल भेजा गया है, उसकी पदस्थापना भदरसी स्कूल में होने की वजह से दूसरे टीचर की नियुक्ति इस स्कूल में नहीं हो पा रही है. जिससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है. इस स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे और उनके पालक लंबे समय से टीचर की मांग करते आ रहे हैं, लेकिन इस पर कोई सुनवाई नहीं हुई.

इस पूरे मामले में शिक्षा विभाग के आला अधिकारी मीडिया से जानकारी मिलने के बाद मामले को पूरी तरह से जानने के बाद समस्या का समाधान करने की बात कह रहे है.

इन सबके बीच चिंता करने की बात यह है कि, बच्चों की पढ़ाई को समय रहते पूरा कौन कराएगा और क्या प्रशासन की ओर से दिखाई जा रही सुस्ती नौनिहालों के भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं है.?

महासमुंद: 'स्कूल आ पढे बर, जिनगी ला गढ़े बर' इस स्लोगन से शिक्षा विभाग नौनिहालों के भविष्य गढ़ने का दावा करता है, लेकिन इस बीच शिक्षा विभाग की जमीनी हकीकत कुछ और ही है. आए दिन कई स्कूलों में टीचरों की कमी, तो कहीं शिक्षक हटाने की मांग को लेकर स्कूली बच्चे और उनके पालक स्कूल का बहिष्कार करते रहते हैं.

बच्चों ने स्कूल का बहिष्कार किया.

ऐसा ही मामला बागबाहरा विकासखंड के शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला भदरसी से सामने आया है. जहां एक टीचर को हटाने और दो टीचरों की पदस्थापना की मांग को लेकर छात्र-छात्राओं ने कर दिया है और पालक बच्चों को स्कूल के बाहर पेड़ के नीचे पढ़ा रहे हैं.

65 छात्र-छात्राओं की प्रभावित हो रही है पढ़ाई
इस स्कूल में कक्षा 6वीं से लेकर 8वीं तक के 65 छात्र-छात्राएं पढ़ाई करते हैं. शिक्षा विभाग ने इस स्कूल में चार शिक्षकों की नियुक्ति हुई है. इन चारों में से एक शिक्षक पर बच्चों के साथ सही व्यवहार नहीं करने की वजह से उस शिक्षक को व्यवस्था के तौर दूसरे स्कूल में भेज दिया गया. इस तरह से इस स्कूल में तीन ही शिक्षक बचे.

नहीं है विज्ञान और अंग्रजी के शिक्षक
इन तीन शिक्षकों के पदस्थ होने के बावजूद स्कूल में विज्ञान और अंग्रेजी के शिक्षक नहीं हैं और जिस टीचर को दूसरे स्कूल भेजा गया है, उसकी पदस्थापना भदरसी स्कूल में होने की वजह से दूसरे टीचर की नियुक्ति इस स्कूल में नहीं हो पा रही है. जिससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है. इस स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे और उनके पालक लंबे समय से टीचर की मांग करते आ रहे हैं, लेकिन इस पर कोई सुनवाई नहीं हुई.

इस पूरे मामले में शिक्षा विभाग के आला अधिकारी मीडिया से जानकारी मिलने के बाद मामले को पूरी तरह से जानने के बाद समस्या का समाधान करने की बात कह रहे है.

इन सबके बीच चिंता करने की बात यह है कि, बच्चों की पढ़ाई को समय रहते पूरा कौन कराएगा और क्या प्रशासन की ओर से दिखाई जा रही सुस्ती नौनिहालों के भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं है.?

Intro:
एंकर- ‘‘‘स्कूल आ पढे बर ,जिनगी ला गढे बर‘‘‘ इन स्लोगनो से शिक्षा विभाग नौनिहालों के भविष्य गढ़ने का दावा करती है ,पर जमीनी हकीकत की बात करे तो आये दिन शिक्षक की कमी एवं शिक्षक हटाने की मांग को लेकर आये दिन बच्चे व पालक शाला बहिष्कार करते रहते है । ऐसा ही कुछ नजारा बागबाहरा विकास खण्ड के शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला भदरसी में सामने आया है । जहाॅ एक शिक्षक को हटाने व दो शिक्षको की पदस्थापना की मांग को लेकर बच्चे शाला का बहिष्कार कर दिये है और पालक बच्चों को स्कूल के बाहर पेड के नीचे पढा रहे है ।
Body:व्हीओ 01- बागबाहरा विकास खण्ड के शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला भदरसी में कक्षा 6 वीें से लेकर 8 वीं तक के 65 छात्र-छात्रायें पढाई करते है । शिक्षा विभाग ने इस स्कूल में चार शिक्षक पदस्थ कर रखे है । इन चार शिक्षको में से एक शिक्षक पर बच्चों के साथ सही व्यवहार नही करने के कारण उस शिक्षक को व्यवस्था के तौर पर दूसरे स्कूल भेज दिया गया । इस प्रकार इस स्कूल में तीन शिक्षक बचे । इन तीन शिक्षको के बावजूद स्कूल में विज्ञान व इग्लिस के शिक्षक नही है और जिन शिक्षक का व्यवस्था दूसरे स्कूल में हुआ है उनकी पदस्थापना इस स्कूल में होने के कारण दूसरे शिक्षक की नियुक्ति इस स्कूल में नही हो पा रही है और बच्चों की पढाई प्रभावित हो रही है । जिसकी मांग बच्चे व उनके पालक काफी समय से करते आ रहे है ,पर कोइ्र सुनवाई नही हुई । इसलिए बच्चों ने पालको से मिलकर शाला का बहिष्कार कर दिया है और स्कूल परिसर से बाहर पेड के नीचे बैठे है । बच्चों के पालको उन्हें ,वही पढा रहे है ।Conclusion:व्हीओ 02- इस पूरे मामले में शिक्षा विभाग के आला अधिकारी मीडिया से जानकारी मिलने के बाद पता कर समस्या का समाधान करने की बात कह रहे है ।गौरतलब है कि शिक्षक की कमी जिले भर में है । जहाॅ बच्चे आंदोलन करते है ,वहा शिक्षा विभाग शिक्षक की व्यवस्था कर देती है । बहरहाल शिक्षको की कमी कब तक दूर होगी ये एक बडा सवाल है ।

बाईट 01- योगिता ध्रवु- छात्रा
बाईट 02- बिसाद- पालक
बाईट 03- नेहरू चन्द्राकर - शिक्षक

हाकिम नासिर महासमुंद छत्तीसगढ़ मो 9826555052, 7771542573

note - all visual aur byte app send kiya huo sir but one last byte mojo se send kar diya huo

Last Updated : Sep 18, 2019, 10:32 PM IST
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