जांजगीर चांपा: भारी बारिश के कारण सैकड़ों साल पुराना पुल टूट गया है. स्थानीय बतातें है, लीलाधर नदी में 50 साल बाद इतना पानी आया है. जिसके इस कारण जांजगीर और बिलासपुर को जोड़ने वाला पुल टूट गया है. जिला प्रशासन ने इस बाढ़ से हुए नुकसान के आंकड़े जारी कर दिए हैं. इस बाढ़ में 1 व्यक्ति की मौत हो गई है. जबकि 100 से अधिक पशुधन का हानि हुआ है. जिले में बाढ़ से 4000 मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं. बताते हैं, 50 साल में पहली बार यहां 300 मिली मीटर बारिश दर्ज की गई है.
जिले में 50 साल बाद इस तरह का नजारा देखने को मिला है. जिसकी वजह से न केवल आम लोग काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, बल्कि भारी जान-माल को भी नुकसान पहुंचा है. जांजगीर चांपा-बिलासपुर को जोड़ने वाला लीलागर नदी पर बना पुल भी बाढ़ की चपेट में आने से बह गया है. जिसके कारण पिछले 24 घंटे से यातायात बाधित है, यहां पर दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लगी हुई है. बताया ये भी जा रहा है कि पहली बार नेशनल हाईवे-49 अवरुद्ध हुआ है.
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पिछले वर्ष इस अवधि में 811 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई थी, जबकि इस साल जिलेभर में औसतन वर्षा 1096 मिलीमीटर पहुंच चुका है. जिले में सबसे अधिक अकलतरा, पामगढ़ और सक्ति में लगभग ढाई से तीन इंच बारिश रिकॉर्ड की गई है. लीलागर नदी में बना पुल पहली बार बाढ़ की चपेट में आया है और पुल से लगभग 7 फीट ऊपर पानी बह रहा है.