जांजगीर-चांपा : पूर्व कलेक्टर जनक प्रसाद पाठक पर अब एट्रोसिटी एक्ट लग गया है. रेप केस में जांच कर रही पुलिस के सामने पीड़िता की ओर से जाति प्रमाण पत्र प्रस्तुत किया गया. बता दें कि पूर्व कलेक्टर पर रेप के आरोप लगे हैं, इस केस में पुलिस के सामने 7 लोगों का बयान दर्ज हो चुका है, जबकि गिरफ्तारी के लिए जांच टीम पूर्व कलेक्टर जनक प्रसाद पाठक की खोजबीन में लगी है.
पूर्व कलेक्टर जनक प्रसाद पाठक पर विवाहित महिला ने रेप का आरोप लगाया है. केस दर्ज होने के बाद इस मामले में पहले दिन से ही जांच शुरू कर दी गई थी. राज्य शासन के आदेश के बाद जिले की एसडीओपी पद्मश्री तंवर को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है. पीड़ित महिला ने अपने अनुसूचित जाति के होने की बात कही थी. जिसके बाद पुलिस ने जाति प्रमाण पत्र की मांग की थी, ताकि इस मामले में एट्रोसिटी एक्ट के तहत कार्रवाई की जा सके. लेकिन जाति प्रमाण प्रस्तुत करने में देरी होने के कारण से एट्रोसिटी एक्ट नहीं लग पाया था. जिसके बाद शनिवार को पीड़िता ने जाति प्रमाण पत्र प्रस्तुत कर दिया है. अब जांजगीर पुलिस ने एट्रोसिटी एक्ट के तहत कार्रवाई शुरू कर दी है.
अब तक 7 लोगों के बयान दर्ज
जांच अधिकारी पद्मश्री तंवर ने जानकारी देते हुए बताया कि अब तक 7 लोगों के बयान दर्ज किए गए हैं. जिसमें पूर्व कलेक्टर जनक प्रसाद पाठक से संबंधित लोगों के बयान लिए गए हैं. इसके अलावा सीसीटीवी फुटेज भी निकाला गया है, जिसमें पीड़िता के कलेक्टर चेंबर में आने की जानकारी मिल रही है. जांच अधिकारी ने यह भी बताया कि अब तक की जो जांच हुई है, उसमें साफ पता चल रहा है कि महिला जो भी बयान दे रही है उसमें सच्चाई है.
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पुलिस ले रही साइबर सेल की मदद
इधर सोशल मीडिया पर पूर्व कलेक्टर और पीड़ित महिला के बीच मैसेजिंग से बात किए जाने के दौरान जो भी बातें हुई हैं, उसे भी पुलिस ने संज्ञान में लिया है. साथ ही मोबाइल से कुछ डाटा डिलीट हुआ है, उसे रिकवर करने साइबर लैब रायपुर भेजा गया है. पुलिस के मुताबिक मैसेजिंग के जरिए पूर्व कलेक्टर और पीड़िता के बीच अश्लील बातें हुई हैं, जिसकी आगे जांच की जा रही है.