जांजगीर-चांपा: छत्तीसगढ़ सरकार की 'बिजली बिल हाफ' योजना के बाद भी प्रदेश में विद्युत विभाग के हालात नहीं सुधरे हैं. सरकार की तमाम कोशिशों के बाद भी जांजगीर चांपा में 1 अरब 31 लाख रुपये बिजली बिल बकाया है. इसमें सबसे ज्यादा 31 सरकारी विभाग के दफ्तरों के पास बकाया है.
सरकारी विभाग के कई दफ्तर का डेढ़ साल से बिजली बिन नहीं किया गया है. बताते हैं इन दफ्तरों पर विद्युत विभाग का 25 करोड़ 12 लाख रुपये बिजली बिल बकाया है. सरकारी विभाग में खर्च के लिए हर साल मार्च में पैसा आ जाता था, लेकिन इस बार विधानसभा और लोकसभा चुनाव के कारण पैसे आने में देरी होने से इन विभागों पर बिजली बिल बकाया और बढ़ गया.
2 करोड़ 82 लाख बिजली बिल बकाया
बकायेदारों की लिस्ट में सबसे ऊपर ग्राम पंचायत और नगरीय निकाय है. ग्राम पंचायतों पर 17 करोड़ 63 लाख 23 हजार रुपये का बकाया है. वहीं नगर पालिका और नगर पंचायतों पर 2 करोड़ 21 लाख 36 हजार रुपये बिजली बिल बकाया है. तीसरे नंबर पर शिक्षा विभाग है, जिस पर 2 करोड़ 82 लाख 32 हजार रुपये बिल बकाया है.
कभी भी कट सकती है बिजली
जिले के करीब 31 शासकीय विभागों पर बिजली बिल का 25 करोड़ 12 लाख रुपये बकाया है. जिसकी वजह से कुल बकाया 1 अरब 31 करोड़ के पार जा पहुंचा है, जिसे वसूलने में विभागीय अधिकारियों के हालत खराब हो रहे हैं.