दंतेवाड़ा: बस्तर के दंतेवाड़ा जिले की महिला कमांडो सुनैना पटेल ने स्वस्थ बेटी को जन्म दिया है. ये वही सुनैना हैं जो गर्भवती होने के बावजूद जंगलों में नक्सलियों से लोहा ले रहीं थी. सुनैना उस समय सुर्खियों में आई थीं जब 7 महीने की गर्भवती होते हुए भी वह दंतेवाड़ा के घोर नक्सल इलाके में नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन में बिना अपनी परवाह किए जाती थी. नक्सल विरोधी अभियान में 7 महीने की गर्भवती होने के बाद भी गश्त में जाने वाली महिला कमांडो सुनैना की तस्वीरें सामने आई थीं और सभी ने उनके साहस की सराहना की थी.
सुनैना ने डेढ़ महीने पहले एक स्वस्थ बच्ची को जन्म दिया है. महिला कमांडो सुनैना की यह तस्वीर सोशल मीडिया में खूब तेजी से वायरल हो रही है. छत्तीसगढ़ के पुलिस के बड़े अधिकारी भी सुनैना की इस तस्वीर को शेयर कर उन्हें बधाई दे रहे हैं.
महिला कमांडो सुनैना पटेल को सलाम, गर्भवती अवस्था में भी नक्सलियों से ले रही लोहा
महिला कमांडो के पद पर पदस्थ हैं सुनैना
दरअसल सुनैना नक्सलियों के खिलाफ बने दंतेश्वरी महिला कमांडो में आरक्षक के पद पर तैनात हैं. वे दंतेवाड़ा के अति संवेदनशील क्षेत्र में कई नक्सल ऑपरेशन में हिस्सा लेने के साथ बकायदा गर्भवती होने के बाद भी 7 महीने तक ड्यूटी करती रहीं. अब सुनैना ने डेढ़ महीने पहले बच्ची को जन्म देने के बाद अपनी और बच्ची की तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर की है.
अधिकारियों को नहीं दी थी गर्भवती होने की जानकारी
बता दें कि मई 2019 में महिला पुलिसकर्मी और सरेंडर नक्सलियों को मिलाकर महिला डीआरजी टीम का गठन किया गया था. इस टीम में महिला पुलिसकर्मी सुनैना भी बतौर सदस्य शामिल हैं. दंतेवाड़ा छत्तीसगढ़ का इकलौता जिला है जहां महिला डीआरजी की टीम भी है. जो नक्सल ऑपरेशन के लिए जंगलों में जाती है. इस टीम में शामिल होने के करीब महीने भर बाद सुनैना गर्भवती हो गई थीं. इसके बाद सुनैना ने अपने गर्भवती होने की जानकारी 6 महीने से ज्यादा तक अधिकारियों को नहीं बताई. लेकिन जब अधिकारियों को इस बात की जानकारी मिली तो उन्होंने सुनैना को ऑपरेशन पर भेजना बंद कर दिया था.