जगदलपुर: शहर से लगे कुम्हरावंड ग्राम पंचायत के ग्रामीणों ने तहसीलदार सुंदरलाल धृतलहरे पर कांग्रेस की प्रत्याशी को निर्विरोध जीत दिलाने गलत प्रक्रिया अपनाने का आरोप लगाया है. ग्रामीणों का आरोप है कि तहलीलदार ने कांग्रेस के नेता टीवी रवि के रिश्तेदार को निर्विरोध जीत दिलाने के लिए जानबूझकर संरपच प्रत्याशी और पंच प्रत्याशियों के नामांकन में त्रुटि बताते हुए उनके फॉर्म को निरस्त कर दिया है. इसे लेकर ग्रामीणों ने बस्तर कलेक्टर से शिकायत की है.
गांव के संरपच प्रत्याशी पुरनचंद भारद्वाज ने आरोप लगाया है कि उन्होंने और उनके साथ 4 अन्य पंच प्रत्याशियों ने चुनाव के लिए नामांकन दाखिल किया था. इसके बाद तहसीलदार ने नामांकन फार्म की जांच करते हुए किसी तरह की कोई त्रुटि नहीं होने की बात कही. गुरुवार 9 जनवरी को चुनाव चिन्ह आवंटन से ठीक पहले तहसीलदार ने उनके और उनके पंच प्रत्याशियों पर शासकीय जमीन पर अतिक्रमण करने जैसे आरोप लगाते हुए सभी के नामांकन निरस्त कर दिए.
ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि तहसीलदार ने कांग्रेस नेता रवि के कहने पर उनके रिश्तेदार दशमीबाई बेलसरिया को निर्विरोध विजय घोषित कर दिया है. ग्रामीणों का कहना है कि तहसीलदार ने कांग्रेस नेता के कहने पर उनकी रिश्तेदार को जीताने के लिए इस तरह का कृत्य किया.
दोषियों के खिलाफ होगी कार्रवाई
तहसीलदार के इस कारस्तानी के खिलाफ ग्रामीणों ने देर रात कलेक्टर निवास पहुंचकर कलेक्टर अय्याज तंबोली से मिलकर तहसीलदार की शिकायत की और मामले की जांच कराने की मांग की है. इस पर बस्तर कलेक्टर ने ग्रामीणों की शिकायत के बाद एसडीएम से नामांकन की पुर्न:मूल्याकन कर इस पूरे मामले की जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही है.