जगदलपुर: बस्तर में पंचायत चुनाव हुए काफी समय बीत गया है, लेकिन अबतक पंचायत भवन को लेकर ग्रामीण इलाकों में राजनीति जारी है. ग्रामीण नये पंचायत भवन अपने-अपने गांव में बनाने की मांग को लेकर बस्तर कलेक्टर के पास पहुंच रहे हैं. आज भी जिले के 2 पंचायत के ग्रामीण अपनी-अपनी फरियाद लेकर बस्तर कलेक्टर के पास पहुंचे थे. ग्रामीणों ने मांगें पूरी न होने पर आने वाले दिनों में धरना-प्रदर्शन की चेतावनी दी है.
दरअसल, बस्तर जिले के ग्राम पंचायत पंडरीपानी और दरभा ब्लॉक के टॉपर पंचायत के ग्रामीण बस्तर कलेक्टर के पास पहुंचे हुए थे. ग्रामीणों का कहना है, चुनाव के समय जनसंख्या को देखते हुए पंचायत परिसीमन की घोषणा की गई थी. अब ग्रामीण कह रहे हैं, उसी नियम के तहत जनसंख्या के आधार पर गांव में नवीन पंचायत भवन बनाना चाहिए, जिससे कि उस गांव में रहने वाले लोगों को दूरी तय न करना पड़े. पंडरीपानी के हरिशंकर कश्यप का कहना है कि पंचायत भवन के परिसीमन के बाद 3 गांव ऐसे हैं, जहां सबसे ज्यादा आबादी है. ऐसे में पामेला गांव में पंचायत भवन बनना चाहिए.
पढ़ें- रायपुर: लॉकडाउन के दौरान नियम तोड़ने वालों से निगम ने वसूला लाखों का जुर्माना
दरभा ब्लॉक में भी बने पंचायत भवन
इधर, दरभा ब्लॉक के चोकर गांव के ग्रामीण भी चाहते हैं कि नया पंचायत भवन बनाने की घोषणा के बाद सरपंच अपने ही गांव में भवन बनावा रहा है, जो गलत है. ऐसे में शासन के आदेश के मुताबिक चोकर गांव में पंचायत भवन बनना चाहिए. चोकर गांव के लोगों ने कहा कि, अगर ऐसा नहीं होते है तो वे आंदोलन करेंगे.
बस्तर कलेक्टर ने अधिकारियों को दिये निर्देश
बस्तर कलेक्टर ने इस मामले में दोनों ही पंचायत को लेकर संबंधित एसडीएम को ग्रामीणों की सहूलियत के हिसाव से जगह चिन्हित कर पंचायत भवन बनाने को कहा है. बस्तर कलेक्टर ने आदेश दिया है कि गांव के बुजुर्गों को पंचायत भवन आने के लिए ज्यादा दूरी तय न करना पड़े इसका ख्याल रखते हुए पंचायत भवन का निर्माण कराया जाए.
पढ़ें- रायपुर: लॉकडाउन के दौरान नियम तोड़ने वालों से निगम ने वसूला लाखों का जुर्माना
जनसंख्या के आधार पर हो पंचायत भवन का निर्माण
पंचायत चुनाव के बाद बस्तर में जनसंख्या के आधार पर ग्रामीण इलाकों में करीब 20 नवीन पंचायत भवन बनाए जाने हैं. ऐसे में ग्रामीणों की मांग है कि जनसंख्या के आधार पर और बुजुर्गों की सहूलियत के हिसाब से पंचायत भवन का निर्माण किया जाना चाहिए.