जगदलपुर: छत्तीसगढ़ में कोरोना महामारी ने हाहाकार मचा रखा है. छत्तीसगढ़ के बड़े शहरों के बाद अब वनांचल भी इसकी चपेट में आने लगा है. बस्तर जिला भी इससे अछूता नहीं है. बस्तर में लगातार कुछ दिनों से कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है. मौत का भी आंकड़ा बढ़ रहा है. इसे देखते हुए बस्तर कलेक्टर रजत बंसल ने 15 अप्रैल से 22 अप्रैल तक टोटल लॉकडाउन का फैसला लिया है. लॉकडाउन के दौरान अति आवश्यक जैसे, मेडिकल, पेट्रोल पंप और दूध विक्रेता को ही अपनी दुकान खोलने की छूट दी गई है. बाकी सभी व्यापारिक संस्थानों को कलेक्टर ने पूरी तरह से बंद रखने का आदेश दिया है.
कलेक्टर ने जनता से अपील की है कि लॉकडाउन के दौरान नियमों का सख्ती से पालन करें. कलेक्टर ने नियमों का उल्लंघन करने वाले लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त के आदेश दिए हैं. कलेक्टर ने कहा है कि लॉकडाउन के दौरान ही बीच में त्यौहार भी हैं जिसमें जुलूस और रैली पूर्ण निकालने पर प्रतिबंध रहेगा. इसके अलावा कलेक्टर ने समाज प्रमुखों से भी अपील की है कि इन त्योहारों के दौरान किसी तरह का कोई रैली या जुलूस न निकालें और न ही कहीं भीड़ इकट्टठा करें.
वैक्सीनेशन का काम रहेगा जारी
कलेक्टर ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान जिले में वैक्सीनेशन का काम जारी रहेगा. सभी सेंटरों में वैक्सीनेशन की पूरी व्यवस्था की गई है और बस्तर जिले में इस वक्त पर्याप्त मात्रा में वैक्सीनेशन भी उपलब्ध है. इसके अलावा मेडिकल इमरजेंसी में ही लोगों को बाहर निकलने की छूट रहेगी.
एक साथ नहीं निकलें बाहर
कलेक्टर ने बताया कि 15 अप्रैल को शाम 6 बजे से लॉकडाउन प्रभावशील रहेगा और 22 अप्रैल रात 12 बजे तक लॉकडाउन रहेगा. लॉकडाउन के आदेश के बाद से शहर में काफी भीड़ देखने को मिल रही है. लोग लॉकडाउन के दौरान जरूरत की चीजें खरीदने के लिए एक साथ बाहर निकल रहे हैं.