जगदलपुरः माउंट एवरेस्ट की चोटी फतह करने के बाद पर्वतारोही नैना सिंह धाकड़ (Naina singh Dhakad) मंगलवार को अपने शहर बस्तर पहुंची. इस मौके पर एबीवीपी (ABVP) के छात्रों ने ढोल नगाड़े बजाकर नैना सिंह का स्वागत किया. साथ ही शहर के आम नागरिक और नैना के परिजनों ने माला पहनाकर नैना सिंह धाकड़ का स्वागत किया.
शहर के कलेक्ट्रेट में द माउंटेन गर्ल नैना सिंह धाकड़ के इस साहसिक कार्य के लिए उनके स्वागत और अभिनंदन के लिए कार्यक्रम आयोजित किया गया था. जिसमें जिले के समस्त प्रशासनिक अधिकारी, जगदलपुर विधायक रेखचंद जैन, महापौर सफिरा साहू, निगम अध्यक्ष कविता साहू समेत बस्तर के आईजी, कमिश्नर, कलेक्टर और एनएमडीसी (NMDC) के प्रबंधक ने नैना का सम्मान करते हुए उनका अभिनंदन किया.
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नैना का माउंट एवरेस्ट सफर
नैना सिंह ने बताया कि किस तरह से उन्होंने चुनौतियों का सामना कर माउंट एवरेस्ट (mount everest) के शिखर तक पहुंची और 8 हजार 848 मीटर की ऊंची चोटी पर चढ़ाई कर छत्तीसगढ़ में प्रथम स्थान प्राप्त किया. उन्होंने बताया कि इस उपलब्धि के लिए उन्हें बस्तर वासियों के साथ-साथ बस्तर कलेक्टर रजत बंसल और एनएमडीसी के महाप्रबंधक प्रशांत दास का पूरा सहयोग मिला. साथ ही उन्होंने कहा कि परिवार वालों ने हिम्मत और हौसला दिया. जिसके बाद नैना ने काफी कठिनाइयों का सामना करते हुए इस उपलब्धि को हासिल किया है.
नैना की 8848 मीटर की ऊंची चोटी पर चढ़ाई
नैना ने कहा कि उन्हें काफी गर्व महसूस हो रहा है कि वह बस्तर की बेटी है और बस्तर में पली-बढ़ी है. उन्होंने बताया कि इस दौरान कई बार डिमोटिवेट (demotivate) भी हुई. बावजूद इसके उन्होंने हिम्मत नहीं हारा और 23 मई से माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई शुरू की और 1 जून को माउंट एवरेस्ट शिखर पर भारत का झंडा और आमचो बस्तर का झंडा लहरा दिया.
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अकादमी की होगी शुरुआत
नैना सिंह ने बताया कि माउंट एवरेस्ट से वापसी के दौरान रायपुर में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मुलाकात की थी. इस दौरान बस्तर के युवाओं के लिए पर्वतारोहण अकादमी शुरु करने की मांग की थी, जिसे अब मंजूरी मिल गई है. मुख्यमंत्री ने बस्तर में पर्वतारोहण अकादमी खोले जाने की घोषणा कर दी है. नैना सिंह धाकड़ ने कहा कि बस्तर में पर्वतारोहण अकादमी खोले जाने से निश्चित तौर पर बस्तर के युवाओं में पर्वतारोही बनने के लिए रुचि बढ़ेगी. इसके लिए वे पूरी तरह से ट्रेनिंग भी देंगी, फिलहाल यह अकादमी कब तक खोली जाएगी इसपर अबतक किसी तरह का कोई फैसला नहीं लिया गया है.