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बस्तरः सोनी सोरी ने हिड़मे की गिरफ्तारी पर उठाया सवाल, पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप

एक लाख रुपए की इनामी नक्सली हिड़मे की गिरफ्तारी के बाद पुलिस पर सवाल उठने लगे हैं. सामाजिक कार्यकर्ता सोनी सोरी ने पुलिस पर आरोप लगया है कि पुलिस ने हिड़मे मरकाम की गिरफ्तारी धोखे से की है.

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Published : Mar 11, 2021, 8:55 PM IST

Updated : Jul 25, 2023, 7:57 AM IST

Soni Sori question raised on the arrest of Hidme
सोनी सोरी ने हिड़मे की गिरफ्तारी पर उठाया सवाल

जगदलपुरः दंतेवाड़ा पुलिस ने जिस महिला हिड़मे को एक लाख रुपए इनामी नक्सली बताकर गिरफ्तार किया है. उस पर अब सवाल खड़े होने होने लगे हैं. सामाजिक कार्यकर्ता सोनी सोरी ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाया है. यह महिला और कोई नहीं बस्तर में बेनुगाह आदिवासियों की रिहाई के लिए बनाए 'रिहाई मंच' की अध्यक्ष है. हिड़मे पिछले तीन साल से इस क्षेत्र में काम कर रही है. आदिवासियों के लिए वे दंतेवाड़ा जिले में भी लंबा आंदोलन किया था.

सोनी सोरी ने हिड़मे की गिरफ्तारी पर उठाया सवाल

सोनी सोरी ने उठाए पुलिस पर सवाल

हिड़मे ने राज्यपाल और सीएम से मिलकर बस्तर के आदिवासियों की स्थिति और बंदियों की रिहाई के मुद्दों पर बात भी कर चुकी है. ऐसे में हिड़मे की गिरफ्तारी के बाद फिर से सरकार की समर्पण नीति पर सवाल उठना शुरू हो गया है. गिरफ्तारी मामले में सामाजिक कार्यकर्ता सोनी सोरी, छत्तीसगढ़ महिला अधिकार मंच की रिनचिन और हाइकोर्ट की अधिवक्ता गायत्री सुमन जगदलपुर पहुंचकर अधिकारियों से बात की. ये सभी बस्तर आईजी से मिलना चाहाते थे. लेकिन मुख्यालय से बाहर दौरे के चलते उनकी मुलाकात आईजी से नहीं हो पाई. जिसके बाद इन्होंने प्रेसवार्ता कर अपनी बात रखी.

धोखे से पुसिल ने किया गिरफ्तारः सोनी सोरी

सामाजिक कार्यकर्ता सोनी सोरी ने पुलिस पर आरोप लगया है कि पुलिस ने हिड़मे मरकाम की गिरफ्तारी धोखे से की है. हिड़मे उनके साथ महिला दिवस पर समेली में होने वाले महिला सम्मान समारोह के लिए पहुंची थी. समेली में बीजापुर, सुकमा, नारायणपुर और दंतेवाड़ा की हजारों महिलाएं पहुंचने वाली थी. लेकिन पुलिस ने सभी को जबरन रोक दिया. इसका विरोध जब हिड़मे ने किया तो पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. इतना ही नहीं इसके बाद पुलिस ने झूठा मामला भी बना दिया.

दंतेवाड़ाः समेली में नहीं हुआ सोनी सोरी का कार्यक्रम, प्रशासन पर लगाये गंभीर आरोप

सोनी सोरी ने लगाए गंभीर आरोप

सेानी सोरी ने भीमे और नंदे नक्सली मामले पर भी पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि दंतेवाड़ा जिले में दो महिलाएं भीमे और नंदे को पुलिस ने नक्सली बताया है. पुलिस ने भीमे की हत्या कर दी थी. वहीं नंदे की आत्महत्या की बात कही जा रही है. यह दोनों मामला संदिग्ध है. उन्होंने कहा कि यह मामले ही झूठे हैं. दोनों ही मामलों की उच्च स्तरीय जांच की मांग की.

रिनचीन ने भी लगाए आरोप

महिला अधिकार मंच की अध्यक्ष रिनचीन ने गिरफ्तारी को पूरी तरह से अपरहण बताया गया. पुलिस ने हिड़मे की गिरफ्तार नहीं की है, बल्कि उसका अपहरण किया है. उन्होंने पुलिस पर आरोप लगाया कि किसी महिला को इस तरह से घसीट कर ले जाना पुलिस की मर्यादा को भंग करता है. हिड़मे एक सामाजिक कार्यकर्ता है. बावजूद उसे नक्सली बताकर दंतेवाड़ा पुलिस उन पर झूठे आरोप लगाकर उनकी गिरफ्तारी की है.

बस्तर आईजी ने दी जानकारी

बस्तर के आईजी सुंदर राज पी ने फोन में चर्चा के दौरान बताया कि हिड़मे के खिलाफ पुलिस के पास पुख्ता सबूत है. उसके खिलाफ पांच मामले दर्ज हैं. हिड़मे जरूर सामाजिक संगठनों से जुड़ी हो सकती है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है वह नक्सली नहीं है. पुलिस के पास सबूत हैं. जिसके अनुसार उसे गिरफ्तार किया गया है. और उसके बाद उसे न्यायिक रिमांड में जेल भेजा गया है.

जगदलपुरः दंतेवाड़ा पुलिस ने जिस महिला हिड़मे को एक लाख रुपए इनामी नक्सली बताकर गिरफ्तार किया है. उस पर अब सवाल खड़े होने होने लगे हैं. सामाजिक कार्यकर्ता सोनी सोरी ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाया है. यह महिला और कोई नहीं बस्तर में बेनुगाह आदिवासियों की रिहाई के लिए बनाए 'रिहाई मंच' की अध्यक्ष है. हिड़मे पिछले तीन साल से इस क्षेत्र में काम कर रही है. आदिवासियों के लिए वे दंतेवाड़ा जिले में भी लंबा आंदोलन किया था.

सोनी सोरी ने हिड़मे की गिरफ्तारी पर उठाया सवाल

सोनी सोरी ने उठाए पुलिस पर सवाल

हिड़मे ने राज्यपाल और सीएम से मिलकर बस्तर के आदिवासियों की स्थिति और बंदियों की रिहाई के मुद्दों पर बात भी कर चुकी है. ऐसे में हिड़मे की गिरफ्तारी के बाद फिर से सरकार की समर्पण नीति पर सवाल उठना शुरू हो गया है. गिरफ्तारी मामले में सामाजिक कार्यकर्ता सोनी सोरी, छत्तीसगढ़ महिला अधिकार मंच की रिनचिन और हाइकोर्ट की अधिवक्ता गायत्री सुमन जगदलपुर पहुंचकर अधिकारियों से बात की. ये सभी बस्तर आईजी से मिलना चाहाते थे. लेकिन मुख्यालय से बाहर दौरे के चलते उनकी मुलाकात आईजी से नहीं हो पाई. जिसके बाद इन्होंने प्रेसवार्ता कर अपनी बात रखी.

धोखे से पुसिल ने किया गिरफ्तारः सोनी सोरी

सामाजिक कार्यकर्ता सोनी सोरी ने पुलिस पर आरोप लगया है कि पुलिस ने हिड़मे मरकाम की गिरफ्तारी धोखे से की है. हिड़मे उनके साथ महिला दिवस पर समेली में होने वाले महिला सम्मान समारोह के लिए पहुंची थी. समेली में बीजापुर, सुकमा, नारायणपुर और दंतेवाड़ा की हजारों महिलाएं पहुंचने वाली थी. लेकिन पुलिस ने सभी को जबरन रोक दिया. इसका विरोध जब हिड़मे ने किया तो पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. इतना ही नहीं इसके बाद पुलिस ने झूठा मामला भी बना दिया.

दंतेवाड़ाः समेली में नहीं हुआ सोनी सोरी का कार्यक्रम, प्रशासन पर लगाये गंभीर आरोप

सोनी सोरी ने लगाए गंभीर आरोप

सेानी सोरी ने भीमे और नंदे नक्सली मामले पर भी पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि दंतेवाड़ा जिले में दो महिलाएं भीमे और नंदे को पुलिस ने नक्सली बताया है. पुलिस ने भीमे की हत्या कर दी थी. वहीं नंदे की आत्महत्या की बात कही जा रही है. यह दोनों मामला संदिग्ध है. उन्होंने कहा कि यह मामले ही झूठे हैं. दोनों ही मामलों की उच्च स्तरीय जांच की मांग की.

रिनचीन ने भी लगाए आरोप

महिला अधिकार मंच की अध्यक्ष रिनचीन ने गिरफ्तारी को पूरी तरह से अपरहण बताया गया. पुलिस ने हिड़मे की गिरफ्तार नहीं की है, बल्कि उसका अपहरण किया है. उन्होंने पुलिस पर आरोप लगाया कि किसी महिला को इस तरह से घसीट कर ले जाना पुलिस की मर्यादा को भंग करता है. हिड़मे एक सामाजिक कार्यकर्ता है. बावजूद उसे नक्सली बताकर दंतेवाड़ा पुलिस उन पर झूठे आरोप लगाकर उनकी गिरफ्तारी की है.

बस्तर आईजी ने दी जानकारी

बस्तर के आईजी सुंदर राज पी ने फोन में चर्चा के दौरान बताया कि हिड़मे के खिलाफ पुलिस के पास पुख्ता सबूत है. उसके खिलाफ पांच मामले दर्ज हैं. हिड़मे जरूर सामाजिक संगठनों से जुड़ी हो सकती है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है वह नक्सली नहीं है. पुलिस के पास सबूत हैं. जिसके अनुसार उसे गिरफ्तार किया गया है. और उसके बाद उसे न्यायिक रिमांड में जेल भेजा गया है.

Last Updated : Jul 25, 2023, 7:57 AM IST
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