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बरसते पानी में भूख हड़ताल पर बैठीं छात्राएं, वॉर्डन और प्रिंसिपल पर लगाए आरोप

कोरबा के प्रयास विद्यालय में छात्राओं ने हॉस्टल अधीक्षका के खिलाफ जमकर प्रर्दशन किया. अधिकारी ने समस्या के समाधान का आश्वासन दिया तब जाकर छात्राएं शांत हुई.

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Published : Sep 10, 2019, 8:56 PM IST

Updated : Jul 25, 2023, 7:56 AM IST

बरसते पानी में भूख हड़ताल पर बैठीं छात्राएं

कोरबा : छत्तीसगढ़ शासन गरीब आदिवासी बच्चों की शिक्षा पर जोर दे रहा है, वहीं कुछ अधिकारी शासन की मंशा पर पलीता लगा रहे हैं. कोरबा जिले के सयही मुड़ी के एजुकेशन हब में संचालित प्रयास विद्यालय के बच्चों ने हॉस्टल अधीक्षका पर गंभीर आरोप लगाते हुए जमकर प्रदर्शन किया.

बरसते पानी में भूख हड़ताल पर बैठीं छात्राएं

बरसते पानी में स्कूल के बाहर छात्राओं ने नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन किया और भूख हड़ताल पर बैठ गईं. जब प्रशासन को इसकी जानकारी लगी तो प्रशासनिक अधिकारी को मौके पर पहुंचे.

आश्वासन के बाद खत्म किया प्रदर्शन

इस दौरान अफसरों ने छात्राओं को जल्द से जल्द समस्या के समाधान करने का आश्वासन दिया, जिसके बाद छात्राओं ने आंदोलन खत्म किया. बता दें कि जिले के स्याही मुड़ी एजुकेशन हब में पांचवीं से लेकर 12वीं तक की पढ़ाई होती है.

पढ़ें :कोरबा : अपराध पर लगाम लगाने अंजोर रथ की शुरुआत

वॉर्डन और प्रिंसिपल पर लगाए आरोप

यहां नक्सल बेल्ट से ताल्लुक रखने वाले आदिवासी गरीब बच्चे पढ़ाई करते हैं. अपनी शिकायत में छात्राओं ने लिखा है कि 'यहां पदस्थ अधीक्षका और प्रिंसिपल उनके साथ दुर्व्यवहार करती हैं.

परिजन से होती है बदसलूकी

न तो ठीक से खाना मिलता है और न ही बीमार होने पर इलाज दिया जाता है. साथ ही जब बच्चों के अभिभावक बच्चों से मिलने आते हैं, तो उनके साथ भी बदसलूकी की जाती है'.

कोरबा : छत्तीसगढ़ शासन गरीब आदिवासी बच्चों की शिक्षा पर जोर दे रहा है, वहीं कुछ अधिकारी शासन की मंशा पर पलीता लगा रहे हैं. कोरबा जिले के सयही मुड़ी के एजुकेशन हब में संचालित प्रयास विद्यालय के बच्चों ने हॉस्टल अधीक्षका पर गंभीर आरोप लगाते हुए जमकर प्रदर्शन किया.

बरसते पानी में भूख हड़ताल पर बैठीं छात्राएं

बरसते पानी में स्कूल के बाहर छात्राओं ने नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन किया और भूख हड़ताल पर बैठ गईं. जब प्रशासन को इसकी जानकारी लगी तो प्रशासनिक अधिकारी को मौके पर पहुंचे.

आश्वासन के बाद खत्म किया प्रदर्शन

इस दौरान अफसरों ने छात्राओं को जल्द से जल्द समस्या के समाधान करने का आश्वासन दिया, जिसके बाद छात्राओं ने आंदोलन खत्म किया. बता दें कि जिले के स्याही मुड़ी एजुकेशन हब में पांचवीं से लेकर 12वीं तक की पढ़ाई होती है.

पढ़ें :कोरबा : अपराध पर लगाम लगाने अंजोर रथ की शुरुआत

वॉर्डन और प्रिंसिपल पर लगाए आरोप

यहां नक्सल बेल्ट से ताल्लुक रखने वाले आदिवासी गरीब बच्चे पढ़ाई करते हैं. अपनी शिकायत में छात्राओं ने लिखा है कि 'यहां पदस्थ अधीक्षका और प्रिंसिपल उनके साथ दुर्व्यवहार करती हैं.

परिजन से होती है बदसलूकी

न तो ठीक से खाना मिलता है और न ही बीमार होने पर इलाज दिया जाता है. साथ ही जब बच्चों के अभिभावक बच्चों से मिलने आते हैं, तो उनके साथ भी बदसलूकी की जाती है'.

Intro:आदिवासी गरीब बच्चों को पढ़ाने कोरबा जिले के सयही मुड़ी में करोड़ों रुपए खर्च कर एजुकेशन हब का निर्माण किया जिसमें संचालित प्रयास विद्यालय के बच्चों ने आज हॉस्टल अधीक्षीका के विरुद्ध लामबंद होकर भूख हड़ताल किया,,,,,,,,Body:



vo,, एक तरफ छत्तीसगढ़ शासन जहां गरीब आदिवासी बच्चों को पढ़ाने जोर दे रही है वही कुछ अधिकारी शासन की मंशा पर पलीता लगा रहे हैं ऐसा ही कुछ मामला सामने आया है जिले के स्याही मुड़ी एजुकेशन हब में यहां 05 से लेकर 12वीं तक के नक्सलाइट बेल्ट से ताल्लुक रखने वाले आदिवासी गरीब बच्चे पढ़ाई करते हैं और शासन द्वारा बनाए गए हॉस्टल में रहते हैं इन छात्रों की शिकायत है कि यहां पदस्थ अधीक्षका द्वारा लगातार उनके साथ दुर्व्यवहार करती हैं आरोप है कि इन बच्चों को ना ही ठीक से भोजन मिलता है और ना ही बीमार होने पर चिकित्सा सुविधा मिलती है साथ ही जब बच्चों के अभिभावक बच्चों से मिलने आते हैं तो उनके साथ भी दुर्व्यवहार अधिकका के द्वारा किया जाता है जिसे लेकर आज बरसते पानी में स्कूल के बाहर यह बच्चियां नारेबाजी करते हुए अपना विरोध प्रदर्शन किया जब प्रशासन को इसकी जानकारी लगी तो उन्होंने तत्काल प्रशासनिक अधिकारी को मौके पर भेज कर मामले को शांत रहने की कोशिश की गई और जल्द से जल्द समस्या के समाधान का आश्वासन भी बच्चों को दिया गया, जिसके बाद बच्चों ने अपना आंदोलन समाप्त किया । छात्राओं ने बताया कि उनके उनके साथ अभद्र व्यवहार वाह अभद्र टिप्पणी कर प्रताड़ित किया जाता है अब देखने वाली बात होगी कि दुर्व्यवहार करने वाली अधीक्षीका, प्राचार्य पर क्या कार्यवाही की गाज गिरेगी या फिर अधिक्षाका ,प्राचार्य की मनमानी ऐसे ही चलती रहेगी, यह तो आने वाला समय ही बताएगा ।


Conclusion:बाईट

01 तहसीलदार
02छात्राएं
Last Updated : Jul 25, 2023, 7:56 AM IST
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