कोरबा : छत्तीसगढ़ शासन गरीब आदिवासी बच्चों की शिक्षा पर जोर दे रहा है, वहीं कुछ अधिकारी शासन की मंशा पर पलीता लगा रहे हैं. कोरबा जिले के सयही मुड़ी के एजुकेशन हब में संचालित प्रयास विद्यालय के बच्चों ने हॉस्टल अधीक्षका पर गंभीर आरोप लगाते हुए जमकर प्रदर्शन किया.
बरसते पानी में स्कूल के बाहर छात्राओं ने नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन किया और भूख हड़ताल पर बैठ गईं. जब प्रशासन को इसकी जानकारी लगी तो प्रशासनिक अधिकारी को मौके पर पहुंचे.
आश्वासन के बाद खत्म किया प्रदर्शन
इस दौरान अफसरों ने छात्राओं को जल्द से जल्द समस्या के समाधान करने का आश्वासन दिया, जिसके बाद छात्राओं ने आंदोलन खत्म किया. बता दें कि जिले के स्याही मुड़ी एजुकेशन हब में पांचवीं से लेकर 12वीं तक की पढ़ाई होती है.
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वॉर्डन और प्रिंसिपल पर लगाए आरोप
यहां नक्सल बेल्ट से ताल्लुक रखने वाले आदिवासी गरीब बच्चे पढ़ाई करते हैं. अपनी शिकायत में छात्राओं ने लिखा है कि 'यहां पदस्थ अधीक्षका और प्रिंसिपल उनके साथ दुर्व्यवहार करती हैं.
परिजन से होती है बदसलूकी
न तो ठीक से खाना मिलता है और न ही बीमार होने पर इलाज दिया जाता है. साथ ही जब बच्चों के अभिभावक बच्चों से मिलने आते हैं, तो उनके साथ भी बदसलूकी की जाती है'.