जगदलपुर : बस्तर के संभाग मुख्यालय जगदलपुर को चौराहों का शहर कहा जाता है.यहां के चौराहे बेहद खूबसूरत बनाए गए हैं. लेकिन इन चौराहों से गुजरने वाले यात्रियों की सुरक्षा पर अब सवाल उठने लगे हैं.क्योंकि हर चौक और चौराहों पर गाड़ियों का लंबा जाम लग जाता है.इसलिए चौक चौराहों को लेकर जो सौंदर्यीकरण के काम करवाए जा रहे हैं.उन्हें लेकर थोड़ा संशय है.
चौक चौराहों पर दुर्घटना होने का खतरा : लंबे समय से आमचो बस्तर सुंदर बस्तर की थीम पर शहर को सुंदर बनाने काम किया जा रहा है. इसका असर भी दिखाई दिया. नक्सल प्रभावित बस्तर की खूबसूरत छवि का असर यहां घूमने आने वाले पर्यटक पर पड़ रहा है.यहां की सुंदरता और व्यवस्थित हो रही ट्रैफिक को लेकर अब पर्यटकों के मन में डर नहीं है.लेकिन सिलसिलेवार इन चौक चौराहों पर होने वाले हादसों ने फिर एक बार लोगों को डराया है.
सुरक्षा के मद्देनजर चौराहे को तोड़ा : अधिकारियों की जल्दबाजी और शहर को सुंदर बनाकर नाम कमाने के बाद भी चौराहों पर हो रही दुर्घटनाओं ने कई सवाल जनता के मन में खड़े किए हैं. जिसके बाद प्रशासन ने भी चौराहों के सुरक्षा मानकों की जांच के लिए कमेटी गठित की . कमेटी ने इन मानकों के अनुसार चौराहों को दोबारा से व्यवस्थित करने की सिफारिश की है. जिसके बाद नगर निगम ने जगदलपुर शहर के शहीद पार्क में चौराहे को तोड़ा है.
''शहर के सभी प्रमुख चौक चौराहों को व्यवस्थित करने का कार्य किया जा रहा है. इसमें सबसे पहले शहीद पार्क के सामने के चबूतरे को हटाया गया. साथ ही अन्य चौक को भी जल्द व्यवस्थित किया जायेगा.'' विजय दयाराम,कलेक्टर
आखिरकार प्रशासन ने देर सवेर इस बात की सुध ली कि चौक चौराहों के सुंदर होने के साथ उनका सुरक्षित होना भी जरूरी है. जिससे यातायात नियमों के पालन करने और आम जनता को हादसों से बचाया जा सके. जिसकी लगातार निर्माण कार्यों में अपेक्षा बरती जा रही थी. फिलहाल उम्मीद की जा रही है कि शहर की सड़कों पर बने चौराहों को व्यवस्थित करने के साथ सुरक्षा मानकों के हिसाब से दुरुस्त किया जाएगा.