जगदलपुर: अखिल भारतीय ग्रामीण डाक कर्मचारी संघ अपनी 9 सूत्री मांगों को लेकर हड़ताल पर चला गया है. हड़ताल पर जाने वाले कर्मचारियों की मांग है कि उनको समान काम समान वेतन का लाभ दिया जाना चाहिए. कर्मचारियों का कहना है कि उनसे चार घंटे की जगह 8 से 9 घंटे काम लिया जाता है और वेतन भी आधा मिलता है. कर्मचारियों की मांग है कि उनको सिविल सर्वेंट का दर्ज दिया जाना चाहिए. रिटायर होने के बाद उनको सिर्फ लाख से डेढ़ लाख रुपए ही मिलता है. रिटायरमेंट फंड भी बढ़ाने की मांग कर्मचारियों ने की है.
8 घंटे काम का हो भुगतान: हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों का कहना है कि उनसे कहा जाता है कि वो चार घंटे ही काम करेंगे. अफसर उनसे चार घंटे की जगह 8 घंटे तक काम कराते हैं जबकी पैसा चार घंटे का ही मिलता है. सरकार उनको आठ घंटे के पैसे का भुगतान करें नहीं तो कर्मचारी काम पर नहीं लौटेंगे. डाक विभाग की ओर से जो फोन दिया गया है काम के लिए उसमें कभी भी नेटवर्क नहीं आता. नेटवर्क नहीं आने की वजह से काम करना मुश्किल होता है. नेटवर्क को लेकर कई बार अफसरों से शिकायत की गई लेकिन वो समस्या का समाधान नहीं करते.
पांच लाख का मेडिकल देने की मांग: हड़ताली कर्मचारियों की शिकायत है कि करीब 2000 से ज्यादा डाक कर्मचारी कोरोना के दौरान मर गए. जिन कर्मचारियों ने कोरोना के दौरान जान गंवाई उनको सरकार की ओर से कोई मुआवजा तक नहीं मिला. कर्मचारियों का कहना है कि उनको भी पांच लाख तक की मेडिकल सुविधा मिलनी चाहिए. कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी 9 सूत्री मांगों को नहीं माना गया तो वो हड़ताल से नहीं उठेंगे.