जगदलपुर: नीति आयोग ने जिला बस्तर में कोरोना से बचाव के लिए चलाए जा रहे 'सुरक्षित दादा-दादी, नाना-नानी' अभियान के तहत किए जा रहे कामों की सराहना की है. नीति आयोग ने बस्तर जिले के ग्रामीण क्षेत्र में आयोजित एक बैठक की तस्वीर को ट्वीट करते हुए बताया कि 'सोशल डिस्टेंसिंग के पालन का यह एक शानदार उदाहरण है. कोरोना से बचाव के लिए बुजुर्गों को जागरुक किया जा रहा है.
दरअसल, बस्तर जिला प्रशासन के द्वारा कोरोना के दौरान बुजुर्गों की देखभाल के लिए सुरक्षित दादा-दादी नाना-नानी अभियान चलाया जा रहा है. जिसमें उन्हें सभी जानकारी देने के साथ ही उनके जीवन शैली और दिनचर्या के बारे में जानकर उनकी मदद की जा रही है. साथ ही स्थानीय बोली हल्बी में लाउडस्पीकर के माध्यम से शहरी इलाकों के साथ-साथ ग्रामीण अंचलों में कोरोना से बचाव के लिए संदेश दिया जा रहा है. इस जागरूकता अभियान से प्रभावित होकर नीति आयोग ने बस्तर जिला प्रशासन के इस अभियान की ट्वीट कर प्रशंसा की है.
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नीति आयोग ने की सराहना
इसके अलावा जिला प्रशासन, कोरोना से बचाव के लिए शहरी इलाकों में जागरूकता रथ भी चला रहा है. जिसके माध्यम से कोरोना की रोकथाम और उससे बचाव के लिए लाउडस्पीकर के माध्यम से घूम-घूम कर शहर के पूरे 48 वार्ड में जानकारी दी जा रही है. इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में लगने वाले हाट बाजारों में भी विशेष अभियान के तहत हल्बी बोली में ग्रामीणों को कोरोना से बचाव के लिए जागरूक किया जा रहा है. यही वजह है कि ग्रामीण अंचलों में कोरोना से बचाव के लिए जिला प्रशासन के इस अभियान की नीति आयोग ने भी सराहना की है.